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पैगंबर पर विवादित बयान से कतर सरकार नाराज, भारत ने कहा- हम सभी धर्मों का करते हैं सम्मान

पैगंबर मोहम्मद के बारे में भाजपा के नेताओं द्वारा दिये गये बयान से कतर की सरकार नाराज. भारत के दूतावास ने स्पष्ट किया कि किसी व्यक्ति विशेष का मत भारत सरकार का मत नहीं हो सकता. भारत सरकार सभी धर्मों का सम्मान करती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 6, 2022 6:48 AM
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नयी दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महिला नेता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) की ओर से पैगंबर मोहम्मद पर की गयी टिप्पणी को कतर (Qatar MoFA) की सरकार ने गंभीरता से लिया. उसने इस संबंध में भारतीय राजदूत डॉ दीपक मित्तल को बुलाकर इस मुद्दे पर नाराजगी जतायी. साथ ही ऐसे बयान की निंदा करते हुए अपनी निराशा प्रकट की. हालांकि, भारतीय दूतावास ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि भारत सरकार ने इस मामले का संज्ञान लिया है. संबंधित लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की गयी है. साथ ही यह भी कहा कि भारत सरकार उस ट्वीट से बिल्कुल इत्तेफाक नहीं रखती.

भारत के राजदूत को कतर सरकार ने किया समन

दरअसल, कतर के विदेश मंत्रालय ने रविवार को भारतीय राजदूत डॉ दीपक मित्तल को समन किया. उन्हें एक ऑफिशियल नोट थमाते हुए भारत में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ की गयी टिप्पणी पर निराशा जतायी. उस बयान को सिरे से खारिज करते हुए उसकी निंदा भी की. कतर के विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत की सत्ताधारी पार्टी के किसी नेता के द्वारा ऐसा विवादित बयान उसे कतई मंजूर नहीं है.

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भारत के राजदूत ने जारी किया बयान

इसके बाद भारत के राजदूत ने एक बयान जारी करके स्पष्ट कर दिया कि भारत सरकार ने इसका संज्ञान लिया है. बयान देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गयी है. भारतीय दूतावास की ओर से जारी इस नोट का कतर सरकार ने स्वागत किया. बता दें कि पैगंबर मोहम्मद के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाली भाजपा नेता नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल की प्राथमिक सदस्यता को रद्द करते हुए उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है.

भारत सरकार सभी धर्मों का समान रूप से आदर करती है

कतर के विदेश मंत्रालय की ओर से जो नोट जारी किया गया था, उसके जवाब में भारतीय दूतावास ने एक बयान जारी ककर कहा कि पैगंबर मोहम्मद के बारे में जो ट्वीट किये गये थे, वह किसी व्यक्ति विशेष का मत था, भारत सरकार का उस बयान से कोई लेना-देना नहीं. भारत सरकार ऐसे बयान देने वालों को प्रश्रय नहीं देती. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की गयी है. भारत सरकार सभी धर्मों का समान रूप से आदर करती है. पैगंबर के खिलाफ बयान देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गयी है.

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