गणतंत्र दिवस टैब्लो विवाद: राजनाथ सिंह ने ममता बनर्जी और एमके स्टालिन को लिखी चिट्ठी
R-Day Tableaux Controversy: गणतंत्र दिवस टैब्लो विवाद को शांत करे के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन को चिट्ठी लिखी है. जानें चिट्ठी में उनकी आपत्तियों का राजनाथ सिंह ने क्या जवाब दिया है...
नयी दिल्ली: गणतंत्र दिवस टैब्लो विवाद (Republic Day Tableaux Controversy) को शांत करने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने उन राज्यों को चिट्ठी लिखी है, जिन्होंने अपने टैब्लो को शामिल नहीं किये जाने पर नाराजगी जतायी थी. इसमें पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) और तमिलनाडु (Tamilnadu) के सीएम एमके स्टालिन (MK Stalin) शामिल हैं. दोनों राज्यों ने अपने टैब्लो को गणतंत्र दिवस परेड के लिए सेलेक्ट नहीं करने पर नाराजगी जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की थी.
सबसे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Netaji Subhash Chandra Bose) पर आधारित बंगाल के टैब्लो को रिजेक्ट करने पर नाराजगी जतायी थी. ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को चिट्ठी लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया था. ममता बनर्जी ने कहा था कि केंद्र सरकार ने उसके टैब्लो को रिजेक्ट करके महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस और स्वतंत्रता आंदोलन में पश्चिम बंगाल के योगदान को नकारने की कोशिश बताया था.
तमिलनाडु (Tamilnadu Tableaux) के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (MK Stalin News) ने भी गणतंत्र दिवस समारोह के लिए अपने राज्य का टैब्लो सेलेक्ट नहीं होने पर प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी थी. स्टालिन ने पीएम को जो चिट्ठी लिखी थी, उसमें कहा था कि उनके राज्य ने जो टैब्लो भेजा था, उसमें सुब्रमणिया भारती, वीओ चिदंबरनार, वेलु नचियार, मराथु पंडियार बंधुओं एवं अन्य को शोकेस किया था. गणतंत्र दिवस परेड (Republic Day Parade 2022) में इनको शामिल नहीं करने के फैसले को एमके स्टालिन ने दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है.
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने एमके स्टालिन और ममता बनर्जी को चिट्ठी लिखकर बताया है कि उनके राज्यों के टैब्लो कई बार गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल हो चुके हैं. पश्चिम बंगाल के टैब्लो को वर्ष 2016, वर्ष 2017, वर्ष 2019 और वर्ष 2021 में परेड में शामिल किया गया था. वहीं, तमिलनाडु के टैब्लो को वर्ष 2017, वर्ष 2019, वर्ष 2020 और वर्ष 2021 में शामिल किया गया था.
Tamil Nadu's tableaux could not make it into the final list of 12 tableaux selected for participation in the Republic Day Parade: Defence Minister Rajnath Singh in a reply to Tamil Nadu CM MK Stalin's letter over the exclusion of State's tableaux from R-Day parade https://t.co/FjQzLv9mKV pic.twitter.com/SOmkDa7quc
— ANI (@ANI) January 18, 2022
राजनाथ सिंह ने जो चिट्ठी राज्यों को लिखी है, उनसे कहा है कि भारत सरकार देश के सभी स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति कृतज्ञ है. उन्होंने कहा है कि झांकियों को मंजूरी देने के लिए बनी समिति की चयन प्रक्रिया बहुत पारदर्शी है. कला, संस्कृति, संगीत और नृत्य विधाओं के जाने-माने विद्वानों की समिति ही राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों की ओर से भेजे गये प्रस्तावों पर विचार करके उनके चयन की अनुशंसा करती है.
रक्षा मंत्री ने कहा है कि इस समिति की अनुशंसा के आधार पर ही राज्यों के टैब्लो को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल किया जाता है. रक्षा मंत्री ने कहा है कि इस बार 12 झांकियों को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल करने का निर्णय लिया गया है. ज्ञात हो कि देश में 29 राज्य एवं केंद्रशासित प्रदेश हैं. सभी प्रदेशों एवं केंद्रशासित प्रदेशों से उनकी झांकियों का हर साल प्रस्ताव आता है. उनमें से सर्वश्रेष्ठ झांकियों को ही परेड में शामिल किया जाता है.
ममता को चिट्ठी में राजनाथ ने कही ये बातें
ममता बनर्जी को लिखी चिट्ठी में राजनाथ सिंह ने कहा है कि भारत की आजादी में नेताजी सुभाष चंद्र बोस का योगदान अविस्मरणीय है. यही वजह है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती 23 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2018 में पराक्रम दिवस (Parakram Diwas) के रूप में मनाने की घोषणा की थी. इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह (Republic Day Celebrations) की शुरुआत नेताजी की जयंती (23 जनवरी) से ही हो रही है, जो 30 जनवरी तक चलेगी. वर्तमान सरकार पश्चिम बंगाल के स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति कृतज्ञ है.
Posted By: Mithilesh Jha