भारतीय वायुसेना का बाहुबली फाइटर जेट राफेल औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना के 17वें स्क्वाड्रन, ‘गोल्डन ऐरो’ का हिस्सा बन चुका है. अंबाला वायुसेना बेस में राफेल विमान का औपचारिक अनावरण ‘सर्व धर्म पूजा’ के साथ किया गया. इस समारोह में शामिल होने के लिए फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले अपने 80 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत आईं.
इन दोनों कदमों को चीन और पाकिस्तान के लिए एक बड़े संदेश के रूप में देखा जा रहा है. इस दौरान सीडीएस जनरल विपिन रावत और वायु सेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया भी मौजूद रहे. अंबाला एयरफोर्स स्टेशन में हुए समारोह के लिए राफेल जेट के चुनिंदा पायलट कई दिनों से जोरदार अभ्यास में जुटे थे.
भारत की तैयारियां बता रही हैं कि भारत जमीन से लेकर आसमान तक अब अपनी सीमाओं की सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह की गुंजाइश छोड़ना नहीं चाहता. राफेल की ताकत की वजह से भारत के दुश्मनों के होश पस्त हैं. राफेल 4.5 जेनरेशन का लड़ाकू विमान है. भारत और फ्रांस के साथ हुए करार के मुताबिक 2022 तक भारत को 36 राफेल जेट भारत को मिल जाएंगे. पहले 18 राफेल जेट अंबाला एयरबेस में रखे जाएंगे, जबकि बाकी के 18 विमान पूर्वोत्तर के हाशीमारा में तैनात किये जाने का प्लान है.
फ्रांस की रक्षा मंत्री भी आईं, डील संभव
परमाणु हथियार ले जाने वाला दुनिया का पहला लड़ाकू विमान
पाकिस्तान और चीन के पास भी नहीं है ऐसा विमान
दुश्मनों पर हर लिहाज से भारी पड़ेगा फाइटर जेट राफेल
राफेल जे-20 (चीन) एफ-16 (पाक)
इंजन ट्विन ट्विन सिंगल
स्पीड 2222.6 2100 2415 किमी/घंटा
मारक 3700 3400 किमी4200
क्षमता किमी/घंटा किमी/घंटाकिमी/घंटा
उड़ने में 15,240 मी 18000मी15,235 मी
सक्षम ऊंचाई तक ऊंचाई तक ऊंचाई तक
मिसाइलें स्कैल्प पीएल-15 एमराम
रेंज 300 किमी 300 किमी100किमी
24,500 किलो तक का वजन ले जाने में सक्षम
60,000 फुट की ऊंचाई तक जा सकता है मात्र एक मिनट में
600 किमी तक हवा से जमीन में निशाना लगायेगा
टेंशन में पाक, चीन से मांगी 30 जे-10 फाइटर जेट : भारतीय वायुसेना में राफेल फाइटर जेट के शामिल होने से पाकिस्तान बुरी तरह घबराया हुआ है. पाक के डर का अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि वह अभी से चीन से मिसाइल और फाइटर जेट देने की मिन्नतें करने लगा है. पाकिस्तानी एयरफोर्स ने चीन से 30 जे-10सीइ फाइटर जेट और आधुनिक एयर टू एयर मिसाइल की मांग की है.
Post by : Pritish Sahay