रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लड़ाकू विमान राफेल के भारतीय वायुसेना में औपचारिक रूप से शामिल होने के साथ ही चीन को कड़ा संदेश भी देने का काम किया है. उन्होंने कहा कि सीमाओं पर जिस तरह का माहौल बना है उसे देखते हुए राफेल का इंडक्शन काफी अहम है.
रक्षा मंत्री ने कहा कि वायुसेना में राफेल का शामिल होना एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक क्षण है. राफेल का भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल होना भारत और फ्रांस के बीच के प्रगाढ़ संबंधों को भी प्रदर्शित करता है. भारत और फ्रांस लंबे समय से आर्थिक,सांस्कृतिक, राजनीतिक,रणनीतिक साझेदार रहे हैं.
आगे राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे मित्र देश फ्रांस के साथ राफेल डील भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा में एक गेम चेंजर है. इसका लॉन्ग रेंज ऑपरेशन, अपने वजन के बराबर सामान और अतिरिक्त फ्यूल रखने की क्षमता और तेज स्पीड जैसी खूबियां इसे बेस्ट एयरक्राफ्ट में से एक बनाने का काम करतीं हैं. उन्होंने कहा कि आज राफेल का इंडक्शन पूरी दुनिया, खासकर हमारी संप्रभुता की ओर उठी निगाहों के लिए एक बड़ा और कड़ा संदेश है. हमारी सीमाओं पर जिस तरह का माहौल हाल के दिनों में बना या बनाने का प्रयास किया गया उनके लिहाज से ये इंडक्शन बहुत ही महत्वपूर्ण है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ये अपनी सीमा सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का भी एक बड़ा उदाहरण प्रस्तुत करता है. उन्होंने कहा कि रक्षा की मजबूती के पीछे हमारा उद्देश्य हमेशा से विश्व शांति की कामना रहा है और आज भी है. इस राह में हमारा देश कोई भी ऐसा कदम न उठाने के लिए प्रतिबद्ध है जिससे कहीं भी शांति भंग हो. ये ही अपेक्षा हम अपने पड़ोसी और दुनिया के बाकी देशों से भी करते हैं.
इस अवसर पर वायु सेना प्रमुख आर. के. एस. भदौरिया ने कहा कि मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य को देखते हुए राफेल को वायुसेना में शामिल करने का इससे उपयुक्त समय नहीं हो सकता था.
टेंशन में पाक, चीन से मांगी 30 जे-10 फाइटर जेट : भारतीय वायुसेना में राफेल फाइटर जेट के शामिल होने से पाकिस्तान बुरी तरह घबराया हुआ है. पाक के डर का अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि वह अभी से चीन से मिसाइल और फाइटर जेट देने की मिन्नतें करने लगा है. पाकिस्तानी एयरफोर्स ने चीन से 30 जे-10सीइ फाइटर जेट और आधुनिक एयर टू एयर मिसाइल की मांग की है.
Posted By : Amitabh Kumar