सोनिया के बाद राहुल का वार, कहा- महंगाई, बेरोज़गारी, कृषि संकट, सबकी जड़ एक ही मोदी सरकार का अहंकार
संसद के शीतकालीन सत्र(Winter session of Parliament) में विपक्ष का हंगामा शांत होता नजर नहीं आ रहा है. 12 सांसदों का निलंबन मामला तुल पकड़ चुका है. इसके अलावा विपक्षी दल केंद्र महंगाई से लेकर किसान आंदोलन समेत कई मुद्दों पर घेरने की तैयारी कर रही है.
संसद के शीतकालीन सत्र(Winter session of Parliament) में लगातार हंगामा विपक्ष का हंगामा जारी है. इस बीच आज कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी संसद के सेंट्रल हॉल में संसदीय दल की बैठक को संबोधित किया. इस दौरान वो लगातार किसान आंदोलन समेत दूसरे मुद्दों को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर रहीं. इधर राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर मोदी सरकार को कई मुद्दों पर घेरा है. लगातार तीन ट्वीट कर राहुल ने मोदी सरकार के अंहकार को उसकी विफलता का कारण बताया है.
राहुल गांधी ने ट्वीट के जरिए कहा कि महंगाई, बेरोज़गारी, कृषि संकट, चीन के क़ब्ज़े, सबकी जड़ एक ही है- मोदी सरकार का अहंकार, मित्र-प्रेम व विफलता. आगे ट्वीट कर राहुल ने संसद में किए सवालों का भी जिक्र किया. उन्होंने लिखा अन्याय के विरुद्ध आवाज़ उठाने के साथ ही, हम कांग्रेस शासित राज्यों में जनता के मुद्दों को सुलझा रहे हैं. जन के मन की बात सुन रहे हैं.
महंगाई, बेरोज़गारी, कृषि संकट, चीन के क़ब्ज़े- सबकी जड़ एक ही है-
मोदी सरकार का अहंकार, मित्र-प्रेम व विफलता।अन्याय के विरुद्ध आवाज़ उठाने के साथ ही, हम कांग्रेस शासित राज्यों में जनता के मुद्दों को सुलझा रहे हैं-
जन के मन की बात सुन रहे हैं।— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 8, 2021
उन्होंने आगे लिखा … कृषि-अन्याय पर मैंने संसद में सवाल किए-
1. क्या शहीद किसानों को मुआवज़ा मिलेगा?
2. क्या सरकार MSP पर विचार कर रही है?
3. कोविड से किसानी पर क्या असर पड़ा?
पहले दो सवाल वे खा गए और तीसरे का ये जवाब दिया है- ‘महामारी में किसानी सुचारु रूप से चलती रही!’क्या मज़ाक़ है! सत्याग्रही शहीद किसानों के नाम पर मुआवज़ा ना देना, नौकरी ना देना और अन्नदाताओं के ख़िलाफ़ पुलिस केस वापस ना लेना बहुत बड़ी ग़लतियाँ होंगी. आख़िर PM कितनी बार माफ़ी माँगेंगे?
वहीं, आपको बता दें कि संसद के सेंट्रल हॉल में आज हुए कांग्रेस के संसदीय दल की बैठक हुई. सीसीपी के बैठक में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि ‘आइए उन 700 किसानों का सम्मान करें जिन्होंने (उनकी हड़ताल के दौरान) अपने प्राणों की आहुति दी. मोदी सरकार किसानों और आम लोगों के प्रति असंवेदनशील है. आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि से हर परिवार का मासिक बजट जल रहा है. सोनिया गांधी ने आगे कहा कि हम सीमा मुद्दों पर संसद में पूर्ण चर्चा की मांग करते हैं. वहीं, 12 सांसदों के निलंबन पर, गांधी कहते हैं कि यह “अभूतपूर्व और अस्वीकार्य” है. “हम निलंबित सांसदों के साथ एकजुटता से खड़े हैं,”