हैदराबाद : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी द्वारा सोमवार को दिल्ली के राजघाट पर महात्मा गांधी समेत अटल बिहार वाजपेयी के समाधिस्थल पर श्रद्धांजलि दिए जाने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के पोते और तेलंगाना भाजपा के नेता एनवी सुभाष नाराज हो गए. उन्होंने राहुल गांधी की श्रद्धांजलि का उदाहरण देते हुए कहा कि कांग्रेस में गैर-गांधी पार्टी के नेता के लिए सम्मान है, लेकिन उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को श्रद्धांजलि देना मुनासिब नहीं समझा.
पीवी नरसिम्हा राव के पोते और भाजपा नेता एनवी सुभाष ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने हैदराबाद में इंदिरा गांधी की प्रतिमा के पास एक रैली को संबोधित किया, लेकिन नरसिम्हाराव को श्रद्धांजलि दिए बिना जानबूझकर चले गए. उन्होंने कहा कि सोमवार को राहुल गांधी दिल्ली में महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरूर, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के लिए गए, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हाराव को श्रद्धांजलि देने के लिए एकतास्थल नहीं गए.
उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि राहुल गांधी द्वारा दिल्ली में पूर्व प्रधानमंत्रियों के स्मारकों का दौरान करने से यह स्पष्ट तौर पर पता चलता है कि कांग्रेस को अपने गैर-गांधी दिग्गज नेताओं के प्रति सम्मान कम है, जिन्होंने पार्टी के साथ-साथ देश को मजबूत करने के लिए अपना बलिदान दिया था.
तेलंगाना भाजपा के नेता एनवी सुभाष ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी का इतिहास बताता है कि उसने पूर्व उप-प्रधानमंत्री सरदार बल्लभभाई पटेल और पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हाराव जैसे गैर-गांधी परिवार के नेताओं की सेवाओं को कभी मान्यता नहीं दी और उन्हें स्वीकार नहीं किया. उन्होंने कहा कि नरसिम्हाराव की मौत के बाद पार्टी ने उन्हें सम्मानजनक विदाई भी नहीं दी.
Also Read: ‘एक तरफ नाटक, दूसरी तरफ अपशब्द’, राहुल गांधी द्वारा वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के बाद BJP की प्रतिक्रिया
उन्होंने कहा कि अगर पीवी नरसिम्हाराव वर्ष 1991 में प्रधानमंत्री नहीं बनते, तो कांग्रेस पार्टी का अस्तित्व ही खत्म हो जाता. उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह व्यर्थ में चलने की कवायद है.