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राहुल गांधी ने कृषि कानून का लोकसभा में किया विरोध
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पीएम मोदी पर साधा निशाना कहा, दो लोगों के लिए देश चला रहे हैं प्रधानमंत्री
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प्रदर्शन में मारे गये किसानों को शहीद बताकर रखा मौन
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आम बजट पर चर्चा करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, मैं सिर्फ कृषि कानूनों के विरोध में अपनी बात रखूंगा. राहुल गांधी ने अपनी बात रखते हुए कहा, हम शहीद किसानों के लिए दो मिनट का मौन रखेंगे और अपनी सीट पर चुपचाप खड़े हो गये. राहुल गांधी ने अपील की आप भी मेरे साथ खड़े हो जायें. इस बीच सत्ता पक्ष के लोगों ने बार- बार राहुल को बीच में रोका और आम बजट पर अपनी बात रखने की अपील की. राहुल गांधी इन विरोध के बीच कृषि कानून के विरोध में अपनी बात रखते हुए.
‘हम दो, हमारे दो’ की सरकार!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 11, 2021
लोकसभा में किसानों के समर्थन में और तीनों कृषि बिल के विरोध में अपनी बात रखी. राहुल गांधी ने कहा, इस कानून में दो लोगों को एक छत्र राज है. यह कानून मंडी खत्म कर देगा, जमाखोरी को बढ़ावा देगा. किसान को इतनी भी इजाजत नहीं होगी वह कोर्ट जा सके. इस देश को चार लोग चलाते हैं. किसकी सरकार हम दो हमारे दो.
LIVE: Shri @RahulGandhi speaks in Lok Sabha https://t.co/yDcBqAfM4g
— Congress (@INCIndia) February 11, 2021
राहुल गांधी ने नये कृषि कानूनों पर अपनी बात लोकसभा में रखी उन्होंने कहा, आपको याद होगा हम दो हमारे दो का नारा होता था उसमें चार लोग होते थे. इस देश में अगर यह कृषि कानून लागू हो गया तो छोटे किसान, छोटे व्यापारी का धंधा बंद हो जायेगा. किसानों को सही लाभ नहीं मिलेगा. इसमें सिर्फ दो लोग हम दो औऱ हमारे दो देश चलायेंगे.
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अगर यह कानून आया तो लोगों को भूख से लड़ना पड़ेगा, ग्रामीण अर्थव्यस्था खत्म हो जायेगी और देश रोजगार पैदा नहीं कर पायेगा. यह नया काम नहीं है यह काम प्रधानमंत्री ने पहले भी किया है. हम दो हमारे दो के लिए नोटबंदी की गयी. आम लोगों से पैसा लिया और हमारे दो लोगों के जेब में पैसा डाला.
राहुल गांधी ने कहा, एक बार फिर प्रधानमंत्री उन मजदूर, किसानों , छोटे व्यापारियों पर आक्रमण कर रहे हैं. मजदूरों ने ट्रेन के टिकट मांगे, प्रधानमंत्री ने नहीं दिये उन्होंने कहा, तुम्हें पैदल जाना होगा. पहले नोटबंदी फिर जीएसटी और अब कोरोना के समय बड़े व्यापरियों का कर्जा माफ कर दिया.
भारत के रोजगार का सिस्टम खत्म हो गया. आज यह देश रोजगार नहीं पैदा कर सकता. कल भी यह देश रोजगार नहीं पैदा कर सकेगा. आपने इस देश की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी है. यह किसानों का आंदोलन नहीं है यह देश का आंदोलन है.
किसान सिर्फ रास्ता दिखा रहा है. किसान अंधेरे में टार्च दिखा रहा है. एक आवाज से पूरा देश उनके साथ खड़ा हो जायेगा. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, किसान एक इंच पीछे नहीं हटेगा मुझले लिख कर ले लो. आपको कानून वापस लेना होगा.