Rahul Gandhi, coronavirus in india: देश में गहराए कोराना संकट काल के कारण उपजे बेरोजगारी की समस्या को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर लिया. मंगलवार को उन्होंने आरोप लगाते हुए सवाल किया कि क्या सूट-बूट-लूट की सरकार गरीबों का दर्द समझ पाएगी ? बता दें कि कोरोना संकट काल और लॉकडाउन के कारण नौकरी पर सबसे अधिक असर पड़ा है.
लॉकडाउन के कारण उद्योग धंधे बंद हो गए और प्रवासी मजदूरों को शहर से वापस अपने गांव जाना पड़ा लेकिन रोजगार का संकट बरकरार है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्वीट कर इसी मामले को उठाया, साथ ही केंद्र सरकार से न्याय योजना को लागू करने को कहा.
शहर में बेरोज़गारी की मार से पीड़ितों के लिए MGNREGA जैसी योजना और देशभर के ग़रीब वर्ग के लिए NYAY लागू करना आवश्यक हैं। ये अर्थव्यवस्था के लिए भी बहुत फ़ायदेमंद होगा।
क्या सूट-बूट-लूट की सरकार ग़रीबों का दर्द समझ पाएगी? pic.twitter.com/jR6mqI96S7
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 11, 2020
कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर लिखा कि शहर में बेरोजगारी की मार से पीड़ितों के लिए मनरेगा (MGNREGA)जैसी योजना और देशभर के गरीब वर्ग के लिए ‘न्याय’ (NYAY) लागू करना आवश्यक हैं. ये अर्थव्यवस्था के लिए भी बहुत फायदेमंद होगा. क्या सूट-बूट-लूट की सरकार गरीबों का दर्द समझ पाएगी?
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राहुल गांधी ने इस ट्वीट के साथ एक ग्राफ भी शेयर किया, जिसमें दिखाया गया है कि कैसे पिछले कुछ वक्त में मनरेगा की मांग बढ़ी है. दरअसल, जो प्रवासी मजदूर शहर छोड़कर अपने गांव लौट रहे हैं उन्हें विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत मनरेगा का काम ही दिया जा रहा है. इसके लिए अलग-अलग राज्यों द्वारा स्किल मैपिंग की गई है.
कांग्रेस नेता राहुल गांदी इससे पहले भी मोदी सरकार पर निशाना साधते आए हैं और मनरेगा के सही इस्तेमाल की मांग करते आए हैं. वो रोजगार के मसले पर हर दिन सवाल खड़े कर रहे हैं. बीते दिनों जब यूथ कांग्रेस ने रोजगार दो कैंपेन चलाया था, तब भी राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधा था. तब वीडियो में कहा था कि सरकार ने हर साल 2 करोड़ रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन अबतक 14 करोड़ लोगों का रोजगार छिन चुका है. इसके अलावा वो कई वीडियो जारी कर भी मोदी सरकार घेरा है. हालिया चीन विवाद को लेकर भी उन्होंने केंद्र सरकार से कई सवाल पूछे.
Posted By: Utpal kant