Rahul Gandhi, Krishi Bill 2020, Modi Government: केन्द्र सरकार (Central Government) की किसान बिल 2020 (Kissan bill 2020) को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर निशाना साथ रहा है. इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक बार फिर केन्द्र की मोदी सरकार (Modi Government) पर हमला किया है. राहुल ने एक ट्वीट कर कहा है कि ‘देश के किसानों ने मांगी मंडी…पीएम मोदी ने थमा दी भयानक मंदी’.
गौरतलब है कि मोदी सरकार संसद के मानसून सत्र में किसानों के लिए नया कृषि कानून लेकर आई है. इस कानून को केद्र सरकार किसानों के लिए फायदेमंद बता रही तो वहीं, विपक्षी दल इसे काला कानून कह रहे हैं. और जगह जगह इस कानून के विरोध में विपक्ष हंगामा और धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. हरियाणा (Haryana) और पंजाब (Punjab) के किसानों ने सबसे ज्यादा इस बिल का विरोध किया है.
गौरतलब है कि कृषि बिल को लेकर किसानों और विपक्ष का आरोप है कि इससे मंडी व्यवस्था समाप्त हो जायेगी और किसानों को फसलों की एमएसपी न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल पायेगी. किसान संगठनों का आरोप है कि यह बिल किसानों के हित में नहीं है. इस बिल से किसानों के खेतों और मंडियों में बड़ी कॉरपोरेट कंपनियों का कब्जा हो जायेगा.
जबकि सरकार का दावा है कि कृषि में लाए जा रहे बदलावों से किसानों की आमदनी बढ़ेगी, उन्हें नए अवसर मिलेंगे. बिचौलिए खत्म होंगे. इससे सबसे ज्यादा फायदा छोटे किसानों को होगा. किसान मंडी से बाहर भी अपना सामान ले जाकर बेच करते हैं.
इस मामले के लेकर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लोकसभा में कहा था कि एमएसपी भी रहेगा और कृषि मंडियां भी रहेंगी. अब किसान देश में कहीं पर भी मंडी के बाहर भी अपनी फसल, किसी भी कीमत पर बेचने को स्वतंत्र है. अब बिल की मुख्य बातों पर गौर कर करें बिल कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) विधेयक, 2020 है जो एक ऐसा क़ानून होगा जिसके तहत किसानों और व्यापारियों को एपीएमसी की मंडी से बाहर फसल बेचने की आजादी होगी.
Posted by : Pritish sahay