Rahul Gandhi: लोकसभा चुनाव के बाद एक बार फिर ईवीएम का मुद्दा उठा है. दरअसल कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) को लेकर कटाक्ष किया है. राहुल गांधी ने अपने सोशल मीडिय प्लेटफॉर्म ट्वविटर पर एक पोस्ट करके एक बार फिर ईवीएम का मुद्दा उछाला है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिजनेसमैन एलेन मस्क की एक्स पोस्ट को टैग करते हुए लिखा है कि भारत में ईवीएम एक ब्लैक बॉक्स हैं और किसी को भी उनकी जांच करने की अनुमति नहीं है. अपने पोस्ट में राहुल गांधी ने चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता पर भी सवाल उठाए. उन्होंने पोस्ट में शिवसेना शिंदे गुट के उम्मीदवार रवींद्र वायकर से जुड़ी एक खबर भी शेयर की है. शिंदे पर ईवीएम से छेड़छाड़ कर जीतने का आरोप लगा है.
ईवीएम पर फिर राहुल गांधी का हमला
भारत में ईवीएम एक “ब्लैक बॉक्स” हैं और किसी को भी उनकी जांच करने की अनुमति नहीं है. हमारी चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर चिंताएँ व्यक्त की जा रही हैं. जब संस्थानों में जवाबदेही की कमी हो जाती है तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है और धोखाधड़ी का शिकार हो जाता है.
राहुल गांधी ने शेयर किया न्यूज पेपर की रिपोर्ट
अपने ट्विटर पर राहुल गांधी ने एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट शेयर करते हुए कहा है कि वनराई पुलिस को अभी तक की जांच में रविंद्र वायकर के रिश्तेदार मंगेश पंडिलकर के खिलाफ कई सबूत मिले हैं. सारा मामला ईवीएम से छेड़छाड़ का है. दरअसल, मंगेश मंडिलकर पर आरोप है कि उसी ने ईवीएम में गड़बड़ी की जिसके बाद मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से वायकर को 48 वोटों से जीत मिली. रिपोर्ट के मुताबिक आरोप है कि मंगेश वोटों की गिनती के दौरान जिस फोन का इस्तेमाल कर रहा था वह ईवीएम से जुड़ा था. उसी के जरिये रिजल्ट में हेर फेर की गई है.
लोकसभा चुनाव का प्रमुख मुद्दों में शामिल था ईवीएम
बता दें 18वीं लोकसभा चुनाव में विपक्ष की ओर से ईवीएम के मुद्दे को जमकर उछाला गया था. राहुल गांधी समेत कई और इंडिया गठबंधन के नेताओं ने ईवीएम में छेड़खानी की बात कही थी. इससे पहले भी चुनावों के दौरान और बाद में भी ईवीएम को लेकर सवाल उठते रहे हैं. हालांकि चुनाव के बाद यह मुद्दा शांत हो गया था लेकिन लगता है राहुल गांधी के ट्वीट के बाद यह मुद्दा एक बार फिर उछलेगा.