Rahul Gandhi Statement : जहां एक ओर पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) में किचकिच जारी है, वहीं कांग्रेस में एक और कलह शुरू होने के आसार हैं. दरअसल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक ऐसा बयान दे दिया है जिसपर घामासान मच सकता है. उन्होंने अपने ही नेताओं को भाजपा से डरने वाला और आरएसएस (RSS) समर्थक बता दिया है.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि जो लोग हकीकत और भाजपा का सामना नहीं कर सकते वो पार्टी छोड़ सकते हैं और निडर नेताओं को कांग्रेस में लाने की कवायद तेज करनी होगी. कांग्रेस के सोशल मीडिया विभाग के पदाधिकारियों के साथ डिजिटल कार्यक्रम में ज्योतिरादित्य सिंधिया का उदाहरण देते हुए राहुल ने कहा कि जो लोग डरे हुए थे वो कांग्रेस से बाहर चले गए.
आगे राहुल गांधी ने कहा कि बहुत सारे लोग जो डरे हुए नहीं है, लेकिन कांग्रेस से बाहर हैं. ऐसे सभी लोग हमारे हैं. उन्हें अंदर लाइए और जो हमारी पार्टी में हैं और डरे हुए हैं उन्हें बाहर करना चाहिए. कांग्रेस नेता ने इस बात पर जोर दिया कि ये आरएसएस के लोग हैं और उन्हें बाहर जाना चाहिए, उन्हें आनंद लेने दीजिए…हम उन्हें नहीं चाहते हैं, उनकी जरूरत नहीं है…हमें निडर लोगों की जरूरत है…यही हमारी विचारधारा है..यही आप लोगों को मेरा बुनियादी संदेश है…
सिंधिया का उदाहरण देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें अपना घर बचाना था, वह डर गए और आरएसएस के साथ चले गए…राहुल गांधी की टिप्पणी इस मायने में महत्वपूर्ण है कि पिछले कुछ महीनों में कांग्रेस के कई नेता भाजपा में शामिल हो गए..इनमें सिंधिया और जितिन प्रसाद प्रमुख हैं…यह पहली बार है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने पार्टी के सोशल मीडिया विभाग के 3,500 कार्यकर्ताओं को ‘जूम’ के माध्यम से संबोधित किया.
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी ने इस दौरान करीब 10 युवा कार्यकर्ताओं के साथ संवाद करने का काम किया.
सिंधिया का रिएक्शन : इधर राहुल गांधी जब सिंधिया का उदाहरण देते हमला कर रहे थे तो सिंधिया उनका भाषण सुन रहे थे. दरअसल इसका खुलासा एक तस्वीर से हुआ है तो 16 जुलाई दोपहर का बताया जा रहा है जब सिंधिया के दफ्तर में गुना-शिवपुरी के सांसद केपी यादव उनसे मिलने पहुंचे थे. उस समय सिंधिया के दफ्तर में टीवी चल रहा था. यादव जब सिंधिया को फूलों का गुलदस्ता दे रहे थे, टीवी पर राहुल की भाषण का क्लिप चल रहा था. तस्वीर में टीवी पर राहुल का चेहरा स्पष्ट नजर आ रहा है.
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरी थी : यहां चर्चा कर दें कि पिछले साल मध्य प्रदेश में 22 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था और भाजपा का दामन थाम लिया था. इससे प्रदेश में कमलनाथ सरकार गिर गई थी और यहां शिवराज सिंह चौहान फिर से मुख्यमंत्री बन गये थे. इसके बाद हाल में ही हुए मोदी कैबिनेट के विस्तार में ज्योतिरादित्य सिंधिया को जगह दी गई. मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार को गिराने का सूत्रधार ज्योतिरादित्य सिंधिया को बताया जाता है.
Posted By : Amitabh Kumat