कांग्रेस में ‘एक व्यक्ति-एक पद’ की प्रतिबद्धता बरकरार रहने की उम्मीद, कोच्चि में राहुल गांधी ने कहा
वायनाड लोकसभा सीट से सांसद राहुल गांधी ने कहा कि जो कोई भी कांग्रेस अध्यक्ष बनता है, उन्हें याद रखना चाहिए कि वह विचारों के एक समूह, विश्वास की एक व्यवस्था और भारत के एक दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करते हैं.
कोच्चि : कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए अक्टूबर में होने वाले चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद पार्टी के महासचिव और वायनाड लोकसभा सीट के सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने इस साल की शुरुआत में राजस्थान के उदयपुर के चिंतन शिविर में लिये गए ‘एक व्यक्ति-एक पद’ समेत सभी फैसलों को अनुरण करने की उम्मीद है. राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दिन के पहले और दूसरे चरण के बीच मीडिया के सवालों के जवाब में कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष का पद सिर्फ एक संगठनात्मक पद नहीं है, यह एक वैचारिक पद और एक विश्वास प्रणाली है.
कांग्रेस का अध्यक्ष भारत के विचारों का करता है प्रतिनिधित्व
राहुल गांधी से जब पूछा गया कि क्या वह उदयपुर चिंतन शिविर में ‘एक व्यक्ति-एक पद’ के फैसले के साथ खड़े रहेंगे, तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि हमने उदयपुर में जो फैसला किया था, हम उम्मीद करते हैं कि वह प्रतिबद्धता बरकरार रखी जाएगी. वायनाड लोकसभा सीट से सांसद राहुल गांधी ने कहा कि जो कोई भी कांग्रेस अध्यक्ष बनता है, उन्हें याद रखना चाहिए कि वह विचारों के एक समूह, विश्वास की एक व्यवस्था और भारत के एक दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करते हैं. कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव में खड़े होने वाले उम्मीदवारों को सलाह देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि आप ऐतिहासिक पद लेने जा रहे हैं. एक ऐसा पद जो भारत के एक विशेष दृष्टिकोण को परिभाषित करता है और परिभाषित करता भी रहा है.
सांप्रदायिकता का होना चाहिए मुकाबला
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के कार्यालयों और अन्य परिसरों पर देशव्यापी छापेमारी पर गांधी ने कहा कि हर तरह की सांप्रदायिकता का मुकाबला किया जाना चाहिए, चाहे वह कहीं से भी हो, उसे लेकर ‘कतई बर्दाश्त न करने’ (जीरो टॉलरेंस) की नीति होनी चाहिए. इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत केरल पहुंचे. अधिसूचना जारी होने से एक दिन पहले बुधवार को अशोक गहलोत और पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर के चुनावी समर में उतरने का स्पष्ट संकेत देने के बाद यह संभावना प्रबल हो गई है कि 22 साल बाद देश की सबसे पुरानी पार्टी का प्रमुख चुनाव के जरिये चुना जाएगा. गहलोत ने कहा था कि वह पार्टी का फैसला मानेंगे, लेकिन उससे पहले राहुल गांधी को अध्यक्ष बनने के लिए मनाने का एक आखिरी प्रयास करेंगे.
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कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव की अधिसूचना
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए गुरुवार को अधिसूचना जारी कर दी गई. इसके साथ ही, देश के सबसे पुराने राजनीतिक दल के सर्वोच्च पद पर आसीन होने वाले व्यक्ति को चुनने की प्रक्रिया औपचारिक रूप से आरंभ हो गई. पार्टी के वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री की अध्यक्षता वाले केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण की ओर से यह अधिसूचना जारी की गई. कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए घोषित कार्यक्रम के अनुसार, अधिसूचना जारी होने के बाद अब नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 से 30 सितंबर तक चलेगी. नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि आठ अक्टूबर है. एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर को मतदान होगा और नतीजे 19 अक्टूबर को घोषित किये जाएंगे.