Lockdown : राहुल गांधी ने कहा – इस भयावह स्थिति के लिए मोदी सरकार जिम्मेदार
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन के दौरान मजदूरों एवं गरीबों के अपने घरों के लिए पैदल निकलने को लेकर शनिवार को आरोप लगाया कि इस भयावह स्थिति के लिए सरकार जिम्मेदार है.
नयी दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन के दौरान मजदूरों एवं गरीबों के अपने घरों के लिए पैदल निकलने को लेकर शनिवार को आरोप लगाया कि इस भयावह स्थिति के लिए सरकार जिम्मेदार है.
उन्होंने यह भी कहा कि इस स्थिति के एक बड़ी त्रासदी में बदलने से पहले सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए. गांधी ने ट्वीट किया, ”सरकार इस भयावह हालत के लिए ज़िम्मेदार है. नागरिकों की ऐसी हालत करना एक बहुत बड़ा अपराध है.
सरकार इस भयावह हालत की ज़िम्मेदार है। नागरिकों की ये दशा करना एक बहुत बड़ा अपराध है। आज संकट की घड़ी में हमारे भाइयों और बहनों को कम से कम सम्मान और सहारा तो मिलना ही चाहिए। सरकार जल्द से जल्द ठोस क़दम उठाए ताकि ये एक बड़ी त्रासदी ना बन जाए। pic.twitter.com/mM6ktVyQSS
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 28, 2020
उन्होंने कहा, ” आज संकट की घड़ी में हमारे भाइयों और बहनों को कम से कम सम्मान और सहारा तो मिलना ही चाहिए. सरकार जल्द से जल्द ठोस क़दम उठाए ताकि यह एक बड़ी त्रासदी ना बन जाए’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि इस स्थिति पर हम सभी को शर्म आनी चाहिए. उन्होंने गरीबों के पैदल पलायन का एक वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया, ”इन मजबूर हिंदुस्तानियों के साथ ऐसा सलूक मत कीजिए. हमें शर्म आनी चाहिए कि हमने इन्हें इस हाल में छोड़ दिया है. ये हमारे अपने हैं.
प्रियंका ने कहा, ” मजदूर देश की रीढ़ की हड्डी हैं. कृपया इनकी मदद करिए” कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ”हज़ारों ग़रीब लोग अपने परिवार सहित उत्तर प्रदेश – बिहार पैदल जाने को मजबूर हैं. ये लोग कह रहे हैं कि करोना वायरस से नहीं लेकिन भूख से वह जरूर मर जाएंगे. सुरजेवाला ने सवाल किया कि क्या इतनी बड़ी मानवीय त्रासदी का कोई जबाब नही?
बता दें, देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. अब तक कोरोना के पॉजिटिव केसो की संख्या 748 हो गयी है. कुल संक्रमित लोगों में 694 भारतीय नागरिक और 54 विदेशी नागरिक शामिल है.इसके साथ ही 66 लोगों को ईलाज के बाद घर भेज दिया गया है.