देश का सपना टूटा, बिखरा नहीं- भारत जोड़ो यात्रा के सातवें दिन बोले राहुल गांधी
राहुल गांधी ने लोगों की भीड़ को संबोधित करते हुए कहा था कि चुनाव नफरत, हिंसा और गुस्से से जीते जा सकते हैं, लेकिन इससे देश के सामने आने वाली सामाजिक-आर्थिक समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता है.
केरल में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का तीसरा दिन मंगलवार को कझाकूटम के निकट कन्यापुरम से शुरू हुआ, जहां यात्रा पिछले दिन समाप्त हुई थी. सुबह लगभग सवा सात बजे शुरू हुए यात्रा के तीसरे दिन भी केरल चरण के पिछले दो दिनों की तरह ही लोगों की उत्साहजनक भीड़ देखी गई.भारत जोड़ो यात्रा के तहत 150 दिनों में पदयात्रा करते हुए कन्याकुमारी से कश्मीर तक 3,570 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी.
सोमवार शाम को यात्रा समाप्त होने तक 100 किलोमीटर की दूरी तय की जा चुकी थी. सोमवार को कझाकूटम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोगों की भीड़ को संबोधित करते हुए कहा था कि चुनाव नफरत, हिंसा और गुस्से से जीते जा सकते हैं, लेकिन इससे देश के सामने आने वाली सामाजिक-आर्थिक समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता है. सोमवार को पदयात्रा के आगे बढ़ने के साथ ही लोगों की भीड़ भी बढ़ती जा रही थी.
लोगों की भारी भीड़ से उत्साहित गांधी ने भाजपा पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा ने साबित कर दिया है कि नफरत का इस्तेमाल राजनीतिक रूप से और चुनाव जीतने के लिए किया जा सकता है, लेकिन इससे रोजगार पैदा नहीं हो सकते. राहुल गांधी केरल की वायनाड लोकसभा सीट से सांसद भी हैं.
गांधी ने दिन की यात्रा के अंत में ट्वीट किया था कि भारत का सपना टूटा है, बिखरा नहीं है. उस सपने को साकार करने के लिए, हम भारत को एक साथ ला रहे हैं. सौ किलोमीटर की यात्रा हो गई है. हमने अभी शुरुआत की है.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया था कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ ने ठीक 100 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर ली है और इसने ‘‘भाजपा को निराश, बेचैन और परेशान कर दिया है, जबकि कांग्रेस पार्टी पहले ही 100 गुणा अधिक जोश से भर चुकी है. हर कदम के साथ हम अपने संकल्प को और मजबूत करते जा रहे हैं.
150-दिवसीय पैदल यात्रा सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी और यह 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से होकर गुजरेगी. यह यात्रा केरल में 10 सितंबर की शाम पहुंची थी. इस यात्रा के तहत राज्य में 19 दिनों की अवधि में सात जिलों को छूते हुए 450 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी. इसके बाद यह यात्रा एक अक्टूबर को कर्नाटक पहुंचेगी.