राहुल गांधी का हिंदू और हिंदुत्व को नफरत फैलाने वाला कहना संयोग नहीं, प्रयोग है : संबित पात्रा
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी कहते हैं मैंने उपनिषद पढ़ा है, लेकिन अगर वे उपनिषद पढ़ते तो आज जो बयान दिया है वो नहीं देते . वे देश का संविधान ही पढ़ लें तो बहुत है. देश के संविधान ने नफरत फैलाने की इजाजत नहीं दी है.
सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास. यह सनातन हिंदू धर्म का मूल है. लेकिन कांग्रेस पार्टी और उनके नेता राहुल गांधी हिंदू और हिंदुत्व पर गलत आरोप लगा रहे हैं. राहुल गांधी ने हिंदू और हिंदुत्व को नफरत फैलाने वाला बताया है. यह कहकर राहुल गांधी ने देश के 130 लोगों की भावनाओं को चोट पहुंचाया है.
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी कहते हैं मैंने उपनिषद पढ़ा है, लेकिन अगर वे उपनिषद पढ़ते तो आज जो बयान दिया है वो नहीं देते . वे देश का संविधान ही पढ़ लें तो बहुत है. देश के संविधान ने नफरत फैलाने की इजाजत नहीं दी है.
संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी पहले यह कह चुके हैं कि मंदिर जाने वाले लफंगे हैं, लेकिन राहुल गांधी चुनाव से पहले मंदिर जाते हैं. वे वोट की राजनीति करते हैं. मंदिर जाना उनका प्रयोग है, वोट की राजनीति के लिए.
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जब सलमान खुर्शीद हिन्दू धर्म के विरोध में कहते हैं, उसको बोको हराम और ISIS से कंपेयर करते हैं या जब शशी थरूर हिन्दू तालिबान कहते हैं या जब भगवा आतंकवाद कहा जाता है, जो शब्द दिग्विजय सिंह जी और मणिशंकर अय्यर हिन्दू धर्म के खिलाफ प्रयोग करते हैं।
दरअसल ये संयोग नहीं प्रयोग है।
— BJP (@BJP4India) November 12, 2021
सलमान खुर्शीद हिंदू धर्म के विरोध में बयान देते हैं उसकी तुलना बोको हराम और इस्लामिक स्टेट से करते हैं. शशि थरूर हिंदू तालिबान कहते हैं, तो आप समझ लें कि यह महज संयोग नहीं प्रयोग है. 17 दिसंबर 2010 को राहुल गांधी ने कहा था कि देश को आतंकवाद से ज्यादा खतरा हिंदुओं से है. एक अखबार ने राहुल गांधी का बयान छापा था जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस मुसलमानों की पार्टी है. दरअसल राहुल गांधी की रणनीति है कि वे हिंदुओं के खिलाफ दुष्प्रचार करेंगे, जिसका पालन उनकी पार्टी के अन्य नेता करते हैं.
हिंदुओं के प्रति फैलाई जा रही इस दुर्भावना से देश की जनता आहत है और हम अपने प्रिय नेता अटल बिहारी वाजपेयी की इस कविता से अपनी भावना व्यक्त करना चाहते हैं-
गोपाल-राम के नामों पर कब मैंने अत्याचार किए?
कब दुनिया को हिंदू करने घर-घर में नरसंहार किए?
कब बतलाएं काबुल में जा कर कितनी मस्जिद तोड़ीं?
भूभाग नहीं, शत-शत मानव के हृदय जीतने का निश्चय।
हिंदू तन-मन, हिंदू जीवन, रग-रग हिंदू मेरा परिचय!
Posted By : Rajneesh Anand