राहुल गांधी को हरियाणा में प्रवेश की अनुमति, सिरसा में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने किया वाटर कैनन का प्रयोग
पंजाब : 'खेत बचाओ यात्रा' को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ट्रैक्टर रैली को हरियाणा सीमा पर पटियाला के नूरपुर में रोक दी गयी है. इसके बाद उन्होने कहा है कि ''मैं आगे नहीं बढ़ रहा हूं और यहां एक घंटे, पांच घंटे, 24 घंटे, 100 घंटे, 1000 घंटे या 5000 घंटे इंतजार करने में खुश हूं..''
पंजाब / हरियाणा : फार्म बिल (अब कानून) के खिलाफ हरियाणा के सिरसा में किसानों ने विरोध शुरू कर दिया है. प्रदर्शन कर रहे किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. वहीं, पार्टी की ‘खेत बचाओ यात्रा’ को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पंजाब से हरियाणा में प्रवेश की अनुमति दे दी गयी है. इससे पहले ‘खेत बचाओ यात्रा’ को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ट्रैक्टर रैली को हरियाणा सीमा पर पटियाला के नूरपुर में रोक दिया गया था. इसके बाद उन्होने कहा है कि ”मैं आगे नहीं बढ़ रहा हूं और यहां एक घंटे, पांच घंटे, 24 घंटे, 100 घंटे, 1000 घंटे या 5000 घंटे इंतजार करने में खुश हूं..”
Punjab: Congress leader Rahul Gandhi's tractor rally, as part of party's 'Kheti Bachao Yatra', from Nurpur in Patiala stopped at Haryana border.
"I am not moving and am happy to wait here. 1 hour, 5 hours, 24 hours, 100 hours, 1000 hours or 5000 hours," he tweets. https://t.co/TPhoBWy5Ie pic.twitter.com/JdVDUcfSyd
— ANI (@ANI) October 6, 2020
उन्होंने कहा है कि हम किसानों के बिना भारत नहीं चाहते हैं. हम ऐसे भारत को नहीं होने देंगे. इसलिए पूरी कांग्रेस पार्टी पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान आदि में हर जगह किसानों के साथ खड़ी है और हम पीछे नहीं हटनेवाले हैं.
राहुल गांधी ने खाद्य सुरक्षा की दलील देते हुए कहा कि अगर ये कानून लागू हो जाता है, तो भारत के किसान अंबानी और अडानी के गुलाम बन जायेंगे. एक या दो वर्षों में, आपकी जमीन आपकी नहीं होगी, यह उनका होगा.
प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए उन्होने कहा कि नरेंद्र मोदी कहते है कि किसान अपना माल कहीं भी बेच सकता है. जब सड़क नहीं होगी, तो कहां जायेगा, कैसे जायेगा किसान? सड़क बनी मंडी टैक्स से और मंडी टैक्स आपने खत्म कर दिया, मतलब सड़कों को आपने खत्म कर दिया.
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी जी को हरियाणा और पंजाब के किसानों की शक्ति नहीं मालूम. इनको ये नहीं मालूम कि किसान दबने या डरनेवाला नहीं है. ये किसान मर जायेगा, लेकिन अपने हक के लिए लड़ जायेगा.
उन्होंने कहा कि हमने घोषणापत्र में साफ लिखा था कि हम खाद्य सुरक्षा के ढांचे को मजबूत करेंगे. मौजूदा सिस्टम में अगर कमियां हैं, तो उसे सुधारेंगे. लेकिन, हम मोदी जी की तरह सिस्टम को तोड़ेंगे नहीं.