कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अर्थव्यवस्था को लेकर लगातार मोदी सरकार पर हमलावर हैं. रविवार को भी उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करके केंद्र सरकार पर प्रहार किया जिसपर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की प्रतिक्रिया आयी है. नकवी ने कहा कि पप्पू के चोंचलों और परिवार के घोंसले में सिमटी हुई पार्टी आज सोशल मीडिया की किटी पार्टी बन गई है…राहुल गांधी सुबह उठ जाएंगे और मोदी जी को कोसने लगेंगे बिना तर्कों के बिना तथ्यों के… आपके तर्कों की कंगाली आपको मवाली बनाती जा रही है…
राहुल गांधी का आज का ट्वीट: रविवार को राहुल गांधी ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि GDP में ऐतिहासिक गिरावट का एक और बड़ा कारण है- मोदी सरकार का गब्बर सिंह टैक्स यानी GST हैं… इससे बहुत कुछ बर्बाद हुआ जैसे Black small squareलाखों छोटे व्यापार…Black small squareकरोड़ों नौकरियां और युवाओं का भविष्य…Black small squareराज्यों की आर्थिक स्थिति… GST मतलब आर्थिक सर्वनाश…
‘न्यूनतम शासन, अधिकतम निजीकरण’ केंद्र सरकार की सोच है: इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को आरोप लगाया कि ‘न्यूनतम शासन, अधिकतम निजीकरण’ इस सरकार की सोच है. उन्होंने एक खबर साझा करते हुए ट्वीट किया, मोदी सरकार की सोच – न्यूनतम शासन, अधिकतम निजीकरण. कांग्रेस नेता ने दावा किया, कोविड तो बस बहाना है, सरकारी दफ़्तरों को स्थायी ‘स्टाफ़-मुक्त’ बनाना है, युवा का भविष्य चुराना है, ‘मित्रों’ को आगे बढ़ाना है…राहुल गांधी ने जो खबर साझा की है उसके मुताबिक, कोरोना संकट को देखते हुए सरकार ने नयी सरकारी नौकरियों के सृजन पर रोक लगा दी है.
कांग्रेस में मच सकता है घमासान : इधर, कांग्रेस नेतृत्व के संकट को लेकर रविवार को नया घटनाक्रम नजर आने की उम्मीद है. वर्चुअल तरीके से ही सही, संसद के मॉनसून सत्र की रणनीति बनाने पार्टी के शीर्ष नेता साथ आएंगे. यह बैठक इसलिए अहम है क्योंकि सीडब्ल्यूसी की बैठक में बड़ा विवाद देखने को मिला था. उसके बाद पहली बार ये बडे नेता फिर एक साथ चर्चा करने वाले हैं. सूत्रों की मानें तो, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी सहित राहुल गांधी भी इस चर्चा का हिस्सा हो सकते हैं. वहीं दूसरी तरफ यह बात भी सामने आ रही है कि संगठन में आमूलचूल बदलाव को लेकर चिट्ठी लिखने वाले सोनिया से अध्यक्ष पद को लेकर स्थिति स्पष्ट करने की मांग कर रहे हैं.
Posted By : Amitabh Kumar