राहुल के बयान के बाद एक्शन में कांग्रेस, प्रदेश अध्यक्षों से चर्चा कर राहत कार्यों की समीक्षा करेगी सोनिया गांधी
भारत सरकार कोरोनावायरस त्रासदी से निपटने के लिए ऐंड़ी चोटी का जोर लगा रही है. सरकार द्वारा किये जा रहे इस कार्य में विपक्षी पार्टी भी जमकर सहयोग कर रहे हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राज्य के सभी पार्टी प्रमुखों के साथ 11 अप्रैल को राहत बचाव कार्य की समीक्षा करेगी.
नयी दिल्ली : भारत सरकार कोरोनावायरस त्रासदी से निपटने के लिए ऐंड़ी चोटी का जोर लगा रही है. सरकार द्वारा किये जा रहे इस कार्य में विपक्षी पार्टी भी जमकर सहयोग कर रहे हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राज्य के सभी पार्टी प्रमुखों के साथ 11 अप्रैल को राहत बचाव कार्य की समीक्षा करेगी.
पार्टी सूत्रों की मानें तो इस बैठक में कांग्रेस शासित राज्यों के सीएम भी मौजूद रहे सकते हैं. बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी इस बैठक में पार्टी नेताओं से कोरोना महामारी में जमीन पर उतरकर राहत बचाव कार्य करने की निर्देश दे सकती हैं.
राहुल के बयान के बाद एक्शन में सोनिया– राहुल गांधी ने सीडब्ल्यूसी की बैठक में कहा था कि कोरोना महामारी के दौरान कोई भी आदमी भूखा न मरे यह जिम्मेदारी हम सबको लेनी होगी, जिसके बाद सोनिया गांधी इसको लेकर रणनीति बनाने में जुटी है.
कांग्रेस शासित राज्यों को सख्त निर्देश- मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सोनिया गांधी ने इस महामारी में कांग्रेस शासित राज्यों के सीएम को सख्त निर्देश पहले ही दे चुकी है. सोनिया गांधी ने इस सभी मुख्यमंत्रियों को स्पष्ट कह चुकी है कि किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
भीलवाड़ा मॉडल पर आगे बढ़ने कि रणनीति- पार्टी से जुड़े सूत्रों की मानें तो कांग्रेस कोरोना वायरस से लड़ने के लिए राजस्थान के भीलवाड़ा मॉडल पर रणनीति तैयार कर रही है. पार्टी आने वाले दिनों में पूरे देश में भीलवाड़ा मॉडल लागू करने की मांग कर सकती है. पार्टी नेताओं का मानना है कि मोदी सरकार को घेरने की यह बेहतर रणनीति हो सकती है.
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सोनिया उठा चुकी है सवाल– सोनिया गांधी पीएम मोदी द्वारा लॉकडाउन के फैसले पर सवाल उठा चुकी है. सोनिया ने पिछले हफ्ते पार्टी की एक बैठक में लॉकडाउन के बाएं मजदूरों के पलायन पर भी सवाल उठाते हुए तुरंत इसपर एक्शन लेने की मांग की थी.