नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के गंभीर मरीजों की बढ़ती संख्या और उनके इलाज के लिए ऑक्सीजन सिलेंडरों की कमी के बीच छापेमारी की भी खबर है. दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली जिला के अधिकारियों ने द्वारका स्थित नंगली सखरावटी के रीफिल सेंटर पर छापेमारी कर ऑक्सीजन के 70 सिलेंडर, ऑक्सीजन क्वाइल और इससे जुड़े दूसरे सामान भी बरामद किए हैं. छापेमारी की कार्रवाई में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की घोर कमी के चलते अवैध तरीके से की जा रही रीफिलिंग को रोकने के लिए छापेमारी की जा रही है.
उन्होंने यह भी बताया कि द्वारका के नंगली सखरावटी स्थित एक रीफिल सेंटर में 70 सिलेंडर, ऑक्सीजन कॉइल और इससे जुड़े दूसरे सामान बरामद किए गए हैं. उन्होंने कहा कि हमने अवैध रीफिलिंग को रोकने के लिए अपने अफसरों और स्वयंसेवियों को तैनात कर दिया है. इससे अवैध तरीके से हो रही ऑक्सीजन की रीफिलिंग रुकेगी और उसकी आपूर्ति केवल अस्पतालों को ही की जा सकेगी.
बता दें कि दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए बुधवार को हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को जमकर फटकार लगाई है. उसने केंद्र सरकार को निर्देश जारी किया है कि ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे दिल्ली के अस्पतालों को फौरन सिलेंडों की आपूर्ति की जाए. अदालत ने हैरानी जताते हुए कहा कि हम इस बात से हैरान और निराश हैं कि एक तरफ अस्पतालों में ऑक्सीजन खत्म हो रही है और दूसरी तरफ स्टील प्लांट चलाए जा रहे हैं?
अदालत ने कहा कि जब टाटा अपने स्टील प्लांटों के लिए बनाई जा रही ऑक्सीजन को मेडिकल यूज के लिए दे सकते हैं, तो दूसरे उद्योगपति ऐसा क्यों नहीं कर सकते? यह लालच की हद है. क्या जरा सी भी मानवता बची है या नहीं? अदालत दिल्ली के कुछ अस्पतालों में ऑक्सीजन की तत्काल जरूरत के संबंध में याचिका पर सुनवाई कर रही थी.
इस बीच, राहत देने वाली खबर यह भी है कि हाईकोर्ट की फटकार के बाद केंद्र सरकार ने दिल्ली के हिस्से में ऑक्सीजन का कोटा बढ़ा दिया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है कि केंद्र सरकार ने दिल्ली का ऑक्सीजन कोटा बढ़ा दिया है. उन्होंने आगे कहा कि हम इसके लिए केंद्र के आभारी हैं. इससे पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र से कोटा बढ़ाने की मांग की थी.
केंद्र सरकार की ओर से दिल्ली के हिस्से का ऑक्सीजन कोटा बढ़ाकर 480 मीट्रिक टन रोजाना कर दिया है. इसके पहले दिल्ली को 378 मीट्रिक टन ऑक्सीजन रोजाना दिया जाता था. हालांकि, दिल्ली सरकार की ओर से 700 मीट्रिक टन रोजाना ऑक्सीजन की मांग की गई थी. दिल्ली को ऑक्सीजन की यह आपूर्ति उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, सूरजपुर, मोदीनगर, हरियाणा के भिवाड़ी, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से की जाएगी.
Posted by : Vishwat Sen