RRB NTPC Exam 2021 देने वाले अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी! रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कही ये बात
Rail Minister Ashwini Vaishnav on RRB NTPC Exam 2021 विवाद: उत्तर प्रदेश और बिहार में रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) की एनटीपीसी परीक्षा-2021 (NTPC Exam- 2021) को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए थे.
Rail Minister Ashwini Vaishnav on RRB NTPC Exam 2021: रेलवे भर्ती बोर्ड (Railway Recruitment Board- RRB) की नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (Non Technical Popular Category- NTPC) परीक्षा में कथित अनियमितता को लेकर अभ्यर्थियों द्वारा की गयी शिकायतों की जांच करने के लिए गठित उच्च अधिकार प्राप्त समिति द्वारा रिपोर्ट सौंपे जाने के एक दिन बाद शनिवार को रेल मंत्री अश्वीनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने कहा कि समाधन को ‘जल्द अधिसूचित’ किया जायेगा.
NTPC Exam 2021 में गड़बड़ी के खिलाफ हुए थे प्रदर्शन
समिति को चार मार्च तक रिपोर्ट देने को कहा गया था. उत्तर प्रदेश और बिहार में रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) की एनटीपीसी परीक्षा-2021 (NTPC Exam- 2021) को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए थे. बिहार की राजधानी पटना में कई ट्रेनों में प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी थी. बड़े पैमाने पर हिंसा भी हुई थी.
रेल मंत्रालय को मिले 3 लाख आवेदन
रेल मंत्री ने अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट (Ashwini Vaishnav Tweet) कर बताया, ‘उच्च अधिकार प्राप्त समिति को करीब तीन लाख अभिवेदन मिले, जिनका विश्लेषण कुछ दिन में ही कर लिया गया और कुछ दिन में आरआरबी समाधान अधिसूचित करेंगे.’
पूरी परीक्षा की समीक्षा संभव
सूत्रों ने बताया कि ‘समाधान’ प्रदर्शनकारी उम्मीदवारों की मांग के अनुरूप संभवत: पूरी परीक्षा की समीक्षा होगी. किसी तरह के बदलाव को आरआबी द्वारा अधिसूचित करना होता है. उल्लेखनीय है कि पिछले महीने रेलवे ने प्रदर्शनों की वजह से परीक्षा स्थगित कर दी और शिकायतों की समीक्षा के लिए एक समिति बनायी थी.
दो स्तरीय परीक्षा का विरोध कर रहे अभ्यर्थी
अभ्यर्थी अंतिम चयन के लिए दो स्तरीय परीक्षा (Two Level Exam) का विरोध कर रहे हैं और उनके साथ ‘धोखा’ किये जाने का दावा कर रहे हैं, जिन्होंने 15 जनवरी को जारी कंप्यूटर आधारित परीक्षा दी और उत्तीर्ण किया.’
35 हजार पदों के लिए 1.25 करोड़ उम्मीदवार
उल्लेखनीय है कि 2 से 6 स्तर के 35 हजार पदों के लिए करीब 1.25 करोड़ उम्मीदवारों ने आवेदन किया है. उम्मीदवारों का आरोप है कि परीक्षा का स्वरूप इस तरह से बनाया गया है, जिससे उच्च शिक्षा वालों को लाभ मिले जबकि पद के लिए कम अर्हता चाहिए.
Posted By: Mithilesh Jha