नयी दिल्ली : भारतीय रेलवे ने दिल्ली से जम्मू और दिल्ली से गुवाहाटी की यात्रा 300 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से कराने की योजना पर काम करना शुरू कर दिया है. रेल मंत्रालय के राष्ट्रीय रेल योजना (एनआरपी) के नये मसौदे के मुताबिक, साल 2051 तक पूरे भारत के कई शहरों को बुलेट ट्रेनों से जरिये जोड़ा जायेगा.
विभिन्न मंत्रालयों के साथ परामर्श के बाद भारतीय रेलवे द्वारा जनवरी 2021 तक राष्ट्रीय रेल योजना के मसौदे को अंतिम रूप देने की उम्मीद है. राष्ट्रीय रेल योजना के मसौदे में गलियारों का विस्तार करने और हाई-स्पीड रेल मानचित्र पर पर्यटन और आर्थिक क्षमता वाले बड़े शहरों को लाने का प्रस्ताव है.
हालांकि, नेशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन (एनआईपी) के तहत हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर पहले से प्रस्तावित है. इनमें मुंबई-अहमदाबाद, दिल्ली-आगरा-लखनऊ-वाराणसी, दिल्ली-चंडीगढ़-अमृतसर, दिल्ली-उदयपुर-अहमदाबाद, मुंबई-नासिक-नागपुर, मुंबई-हैदराबाद और चेन्नई-बेंगलुरु-मैसूर शामिल है. एनआईपी के मसौदे के तहत बुलेट ट्रेनों की शुरुआत के लिए उच्च घनत्व वाले रेल मार्गों की पहचान की गयी है.
दिल्ली-चंडीगढ़-अमृतसर बुलेट ट्रेन कॉरिडोर का विस्तार पठानकोट के रास्ते जम्मू तक किया जायेगा. इसका उद्देश्य जम्मू और पठानकोट को आर्थिक बढ़ावा देना है. साथ ही वैष्णो देवी की पर्यटन क्षमता को भी पूरा करना है.
दिल्ली आगरा-कानपुर-लखनऊ-वाराणसी बुलेट ट्रेन कॉरिडोर को वाया अयोध्या चलाया जायेगा. यह दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर सर्वेक्षण की मसौदा रिपोर्ट में भी प्रस्तावित है. साथ ही दिल्ली-आगरा-कानपुर-लखनऊ-वाराणसी बुलेट ट्रेन कॉरिडोर को पटना और कोलकाता तक बढ़ाया जायेगा.
एक नया बुलेट ट्रेन कॉरिडोर पटना से कटिहार और न्यू जलपाईगुड़ी के रास्ते गुवाहाटी तक चलया जायेगा. नया कॉरिडोर गुवाहाटी को दिल्ली-आगरा-कानपुर-लखनऊ-वाराणसी बुलेट ट्रेन कॉरिडोर से जोड़ने में मदद करेगा.
मुंबई-हैदराबाद लाइन का विस्तार करके हैदराबाद और बेंगलुरु के बीच बुलेट ट्रेन कॉरिडोर प्रस्तावित है. यह मुंबई को चेन्नई से जोड़ेगा और उत्तर भारत के शहरों जैसे जम्मू, अमृतसर, दिल्ली और जयपुर को अहमदाबाद, मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरु और चेन्नई के करीब लाने में भी मदद करेगा.
एक अन्य हाई-स्पीड रेल लाइन मुंबई-नासिक-नागपुर कॉरिडोर का विस्तार करके नागपुर और वाराणसी के बीच प्रस्तावित है. इसका उद्देश्य मुंबई को वाराणसी से जोड़ना है, जो दिल्ली-वाराणसी-पटना-गुवाहाटी गलियारे से जुड़ जायेगा.
एनआरपी के मसौदे के अनुसार, यात्री ट्रेनों में अधिक उपयोग किये जानेवाले गलियारे शामिल हैं. इनमें दिल्ली-मुंबई वाया कोटा-रतलाम और दिल्ली-गुवाहाटी वाया लखनऊ, गोरखपुर, दिल्ली-कोलकाता वाया कानपुर, प्रयागराज, मुगलसराय. रेलवे के बढ़ते ट्रैफिक से पैसेंजर ट्रेनों की औसत गति पर असर पड़ा है. मसौदे में हाई-स्पीड रेल कनेक्टिविटी की जरूरत को उचित ठहराया गया है. भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना अहमदाबाद और मुंबई के बीच पहले से ही लागू है. भूमि अधिग्रहण बाधा के कारण परियोजना में देरी हुई है.