राजस्थान पुलिस के एक टीम ने बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ़ कस्बे से लापता हुई 17 वर्षीय लड़की और उसकी शिक्षिका को चेन्नई में स्थानीय पुलिस की मदद से बरामद कर लिया है. पुलिस के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि लड़की और उसकी शिक्षिका ने एक ऑनलाइन वीडियो भी पोस्ट किया है जिसमें वे एक दूसरे से प्यार करने की बात कह रही हैं और साथ रहने की इच्छा जता रही हैं. बीकानेर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) ओमप्रकाश ने बताया कि पुलिस टीम ने लोकेशन के आधार पर दोनों का पीछा किया तथा स्थानीय पुलिस की मदद से बुधवार को उन्हें चेन्नई में ढूंढ लिया गया. आगे बताते हुए उन्होंने कहा, पुलिस उपाधीक्षक के नेतृत्व में हमारा पुलिस दल उनका पीछा कर रहा था. तमिलनाडु पहुंचने से पहले वे केरल में थे. वे चेन्नई में एक स्थान पर मिले.
बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ़ कस्बे के एक निजी स्कूल में 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली 17 वर्षीय लड़की 1 जुलाई को लापता हो गई थी. वहीं, उसी स्कूल की करीब 21 साल की शिक्षिका निदा बहलीम भी लापता थी. बाद में छात्रा के परिजनों ने आरोप लगाया कि शिक्षिका ने छात्रा का अपहरण कर उसको गुमराह किया है. उन्होंने इसे लव जिहाद का मामला बताते हुए श्रीडूंगरगढ़ थाने के बाहर धरना शुरू कर दिया. नाबालिग लड़की के परिवार की शिकायत पर पुलिस ने शिक्षिका, उसके पिता और दो भाइयों के खिलाफ प्रासंगिक धाराओं में मामला दर्ज किया है. शिक्षिका के परिवार ने भी श्रीडूंगरगढ़ पुलिस थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई.
इस बीच सोशल मीडिया पर चार मिनट का एक वीडियो सामने आया जिसमें नाबालिग लड़की यह कहती नजर आ रही है कि वे अपनी मर्जी से गए हैं और एक-दूसरे से प्यार करती हैं. वीडियो में लड़की ने दावा किया, हम समलैंगिक हैं और किसी और से विवाह नहीं कर सकते, इसलिए हमने घर से भागने का फैसला किया. अगर आप हमें पकड़ते हैं तो हमारी जिंदगी खत्म हो जाएगी. उनके (शिक्षिका के) परिवार के खिलाफ मामला दायर न करें. अपहरण का मामला गलत है। मैं कोई छोटी बच्ची नहीं हूं जिसे बहलाया-फुसलाया जा सके. वीडियो में दोनों किसी अज्ञात स्थान पर एक साथ नजर आ रहे है. वीडियो में शिक्षिका ने कहा, बेवजह दंगे मत करो हम बहुत सुरक्षित हैं, हम बहुत खुश रहेंगे, हमें छोड़ दो.
बीकानेर के पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि सोशल मीडिया पर वीडियो कहां से अपलोड किया गया इसकी तकनीकी जांच की जा रही है. वीडियो में शिक्षिका ने यह भी कहा कि उसने लड़की को नहीं बहकाया और उनके एक साथ घर छोड़ने के पीछे उसके परिवार की कोई भूमिका नहीं थी. उधर, राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी कस्बे का दौरा कर परिजनों व स्थानीय लोगों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि मामला वीडियो से खत्म नहीं होता क्योंकि लड़की नाबालिग है. उन्होंने आरोप लगाया कि मासूम लड़कियों का ‘ब्रेनवॉश’ किया जा रहा है और वह इस मामले को विधानसभा सत्र में उठाएंगे.