Rajasthan Alwar misdeeds case: राजस्थान के अलवर जिले में बीते मंगलवार रात एक दिव्यांग नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म और बर्बरता का मामला सामने आया था. दुष्कर्मियों ने 16 वर्षीय नाबालिग को घटना के बाद लहूलुहान हालत में तिजारा हाइवे पर फेंका दिया. इस घटना को दिल्ली के निर्भया कांड जितना ही भयावह बताया जा रहा है. वहीं, अब इस मामले में पीड़िता के परिवार वालों ने सीबीआई जांच की मांग की है. दरअसल इंडिया टुडे से विशेष बातचीत के दौरान 16 वर्षीय नाबालिग के परिवार वालों ने कहा कि उनका सरकार से भरोसा उठ गया है, वह अब इस मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं जिससे सच्चाई सामने आ सके.
बता दें कि इस मामले में राजस्थान सरकार पर विपक्ष लगातार हमलावर है और जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है. बीजेपी राज्य में कानून व्यवस्था खत्म होने की बात कह रही है. वहीं, घटना के बाद नाबालिग पीड़िता को गंभीर अवस्था में जयपुर के जेके लोन अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां फिलहाल उसकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है. वहीं, मेडिकल जांच के बाद डॉक्टरों ने बताया है कि नाबालिग पीड़िता के गुप्तांगों में नुकीली चीजें डाली गईं थी. जिससे अंदरूनी अंगों में गंभीर चोटें आई हैं.
खबरों की मानें तो इस मामले में अलवर के पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने दुष्कर्म की संभावना से इंकार किया है. पुलिस ने पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट का हवाला देते हुए ये बाते कहीं है. वहीं, इंडिया टुडे से बातचीत में पीड़िता की छोटी बहन ने पुलिस के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पुलिस बार बार बयान क्यों बदल रही है, अलवर पुलिस अधीक्षक ने पहले इसे सामूहिक दुष्कर्म का मामला बताया था लेकिन अब अपने दावा कर रही है कि इस मामले में दुष्कर्म के कोई सबूत नहीं है.