राजस्थान में कांग्रेस पार्टी विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव जीतकर भले ही तत्काल तौर पर विवाद खत्म कर लिया हो, लेकिन पार्टी की मुश्किलें फिर भी कम होती नजर नहीं आ रही है. अब ताजा विवाद मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्ति को लेकर है. गहलोत और पायलट गुट मंत्रिमंडल विस्तार पर आमने सामने हैं.
इंडिया टुडे के अनुसार आने वाले दिनों में अशोक गहलोत अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंग, जिसमें वे सभी को साधने की बात कर रहे हैं, लेकिन पायलट गुट ने आलाकमान से मंत्रिमंडल में अपने विधायकों को जगह देने की मांग रख दी है. पायलट ने मंत्रिमंडल में 40 फीसदी हिस्सेदारी की मांग रखी है.
अधिकतम हो सकते हैं 30 मंत्री- बता दें कि राजस्थान में अधिकतम 30 मंत्री हो सकते हैं. वर्तमान में राजस्थान में 22 मंत्री है. बताया जा रहा है कि। 7 मंत्री को हटाया जाएगा. यानी राजस्थान मंत्रिमंडल में 15 नये चेहरे सामने होंगे. वहीं पायलट गुट 15 में से 6 मंत्री पद खुद के पास रखना चाहते हैं.
गहलोत आलाकमान से नाराज– राजस्थान में जिस तरह से परिस्थितियां बदली, उससे अब गहलोत की नाराजगी सामने आ रही है. अजय माकन के महासचिव बनाए जाने से गहलोत नाराज है. बताया जा रहा है कि माकन की नियुक्ति के बारे में गहलोत से सहमति नहीं ली गई थी.
सड़क पर उतरे पायलट– वहीं सचिन पायलट ने राज्य में अपनग राजनीतिक गतिविधियां शुरू कर दी है. आज पहली बार जयपुर से बाहर अपने विधानसभा टोंक जाएंगे. पायलट वहां पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ बातचीत करेंगे. बताया आज रहा है कि पायलट आने वाले दिनों में पूरे राज्य का दौरा करेंगे.
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Posted By : Avinish Kumar Mishra