Rajasthan chunav 2023 : विधानसभा चुनाव इस साल राजस्थान में होने वाले हैं. इसको लेकर सभी पार्टियों ने कमर कस ली है. इस बीच राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने ऐसा फैसला किया है जिसका फायदा चुनाव में कांग्रेस को मिल सकता है. जी हां…सीएम गहलोत ने नये जिलों की घोषणा कर चुनाव से पहले ऐसी चाल चली है जो भाजपा पर भारी पड़ सकता है. आइए नजर डालते हैं इस फैसले के अहम पहलू पर…
-राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने सीकर को संभाग बनाकर जाटलैंड को साधने का प्रयास किया है.
-राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत जोधपुर के फलौदी और जयपुर के शाहपुरा और कोटपूतली को नये जिला बनाने का ऐलान किया है और कांग्रेस की सीटों पर जीत सुनिश्चित करने का प्रयास किया है.
-जहां गहलोत ने गंगापुर सिटी और अलवर के खैरथल को जिला बनाकर चुनावी दांव खेलने का काम किया है. वहीं भिवाड़ी को जिला बनाने की घोषणा गहलोत की ओर से नहीं की गयी. इस फैसले से सभी चकित हैं.
-राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के इस फैसले पर राजनीतिक विश्लेषकों ने अपनी राय रखी है. उनका मानना है कि इन नये जिलों की घोषणा से सत्ता विरोधी लहर कम हो सकती है.
-राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सीएम गहलोत के 19 नये जिलों की घोषणा का असर सीधे तौर पर 60 सीटों पर पड़ सकता है. पूर्वी और मारवाड़ की सीटों पर कांग्रेस को लाभ मिलता चुनाव में नजर आ सकता है.
-यहां चर्चा कर दें कि सीएम गहलोत की घोषणा से प्रदेश में जिलों की संख्या बढ़कर 52 हो चुकी है. वहीं संभाग 10 हो गये हैं. पहले प्रदेश में 33 जिले थे और 7 संभाग थे.
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सीएम अशोक गहलोत के नये जिलों की घोषणा से भाजपा को कितना नुकसान होगा ? यह सभी जानना चाहते हैं. तो आइए सीएम गहलोत के फैसले के बारे में जानते हैं. दरअसल, जानकारों की मानें तो अजमेर के केकड़ी और ब्यावर को जिला बनाकर गहलोत ने भाजपा को झटका दिया है. सीएम गहलोत की घोषणा का लाभ चुनाव में कांग्रेस को मिलता है या नहीं, यह चुनाव के परिणाम से ही पता चलेगा. लेकिन फिलहाल गहलोत ने चुनाव से पहले भाजपा पर रणनीतिक बढ़त बनाने का काम किया है.