जयपुर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान सरकार का ‘बजट लीक’ होने की बात को नकारते हुए विपक्षी भाजपा के आरोपों का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने अनावश्यक रूप से नाटक कर रही है. गहलोत ने कहा कि भाजपा ने बजट को लाइव देखने वाले लोगों का ध्यान उससे हटाने के लिए इस मुद्दे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया.
उन्होंने कहा, ‘विधानसभा में जो हुआ वह एक “मानवीय त्रुटि” थी और इसलिए मैंने अपना भाषण रोका और मैंने ‘सॉरी’ कहा, तो फिर हंगामा करने की जरूरत क्या थी’
उल्लेखनीय है कि गहलोत द्वारा अपने बजट भाषण की शुरुआत में कुछ पंक्तियां पुराने बजट से पढ़े जाने को लेकर मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने हंगामा किया और सदन की कार्यवाही दो बार के लिए स्थगित करनी पड़ी. हालांकि, बाद में मुख्यमंत्री गहलोत ने घटना पर ‘खेद’ जताए जाने के बाद सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से शुरू हुई और गहलोत ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बजट पेश किया.
अशोक गहलोत ने कहा कि बीजेपी को मालूम था कि बजट शानदार आयेगा. इनका हो हल्ला करने का मकसद सिर्फ यह था कि इस बार बजट का प्रचार बहुत हो गया है तो उससे लोगों को उम्मीद भी बन गई कि पता नहीं क्या आयेगा और उनकी जिज्ञासा बढ गई थी. हम लोगों ने व्यवस्था की थी कि सभी लोग बजट को सुनें. उन्हें मालूम था कि लोग सुनने के लिए बैठे हुए हैं. भाजपा वाले चाहते थे कि सरकार का संदेश उन तक नहीं पहुंचे.
इसके साथ ही, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहा कि बजट का 0.1 फीसदी हिस्सा भी लीक नहीं हुआ. बीजेपी नेता जानबूझ कर बजट लीक होने की बा कह रहे हैं, इसे लेकर बीजेपी वाले दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे, ये क्या बात हुई.
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि, बजट बहुत महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है और मैं जब मुख्यमंत्री थी तो दो-तीन बार बजट को पढ़ती थी. उन्होंने कहा कि जो मुख्यमंत्री इतने बड़े डॉक्यूमेंट में लापरवाही कर सकता है, आप समझ सकते हैं कि उसके राज में प्रदेश कितना सुरक्षित है?
विपक्ष का आरोप है कि सीएम के पुराना बजट पढ़ना शुरू करने पर विपक्ष ने आपत्ति जताई. इसके बाद वित्त विभाग से जुड़े अधिकारी नए बजट की कॉपी लाने के लिए भागे. लेकिन मुख्यमंत्री के अलावा कोई और बजट नहीं ला सकता है. बजट तकनीकी रूप से लीक हुआ है.