PHOTOS : पीएम मोदी से कुछ यूं मिले राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा, लोग कर रहे हैं जमकर तारीफ
बीजेपी के पहली बार के विधायक भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार को राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. राज्यपाल कलराज मिश्र ने उन्हें पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई. इस बीच पीएम मोदी और सीएम शर्मा की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.
राजस्थान के नये सीएम भजनलाल शर्मा बन गये हैं. इसके बाद लोग उनके बारे में गूगल पर लगातार सर्च कर रहे हैं और उनके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी एकत्रित करना चाह रहे हैं. बीते मंगलवार की दोपहर तक किसी को अंदाजा नहीं था कि बीजेपी के नवनिर्वाचित विधायकों के फोटो सेशन में पीछे वाली कतार में खड़ा व्यक्ति कुछ ही मिनट बाद प्रदेश की कमान संभालने लगेगा. इस बीच पीएम मोदी के साथ भजनलाल शर्मा की एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है.
पीएम मोदी के साथ भजनलाल शर्मा की जो तस्वीर वायरल हो रही है उसमें राजस्थान के नये मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री के सामने हाथ जोड़े नजर आ रहे हैं. पीएम मोदी भी बहुत नम्रता से उनका अभिवादन स्वीकार करते तस्वीर में नजर आ रहे हैं. इस तस्वीर की तारीफ करते लोग नहीं थक रहे हैं. इस बीच आइए जानते हैं आपको बता दें आखिर भजनलाल शर्मा पर बीजेपी ने क्यों जताया भरोसा…
भजनलाल शर्मा की मंगलवार को कहानी कुछ अलग नजर आई. उन्हें बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया और इसके साथ ही वह राज्य की राजनीति के केंद्र में आ गए. आपको बता दें कि भरतपुर की एक ग्राम पंचायत के सरपंच रहे शर्मा अब राजस्थान के मुख्यमंत्री हैं.
Also Read: क्या करते हैं भजनलाल शर्मा के बेटे? परिवार के बारे में जानें खास बातभजनलाल शर्मा पहली बार विधायक बने हैं. पार्टी के प्रदेश महासचिव शर्मा सुर्खियों से दूर रहकर काम करने के लिए जाने जाते हैं. शर्मा की बात करें तो वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े रहे हैं और 1992 में श्रीराम जन्मभूमि भूमि आंदोलन के दौरान जेल भी जा चुके हैं.
भजनलाल शर्मा ने 34 साल के सक्रिय राजनीतिक करियर के दौरान भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) और पार्टी में संगठनात्मक स्तर पर विभिन्न पदों पर सेवा दी. वह सुर्खियों से दूर रहना पसंद करते हैं. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा एक कार्यक्रम में बोल चुके हैं कि बीजेपी की नजर हर कार्यकर्ता पर रहती है और समय आने पर उन्हें जिम्मेदारी सौंपने का काम संगठन की ओर से किया जाता है.
भजनलाल शर्मा ने अपनी शुरुआती पढ़ाई भरतपुर जिले के अटारी गांव और नदबई कस्बे में पूरी की. बाद में वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) में शामिल हो गए और नदबई व भरतपुर इलाके में सामाजिक मुद्दों को उठाकर उसका निराकरण करते थे. उन्होंने 1990 में एबीवीपी के कश्मीर मार्च में सक्रिय रूप से भाग लिया और 100 अन्य कार्यकर्ताओं के साथ उधमपुर तक मार्च कर गिरफ्तारी दी.
1991-92 के दौरान भजनलाल शर्मा को भाजयुमो में जिम्मेदारी मिली और उनके राजनीतिक करियर ने नयी रफ्तार पकड़ी. वह पहली बार 27 साल की उम्र में सरपंच चुने गए थे. वह दो बार सरपंच और एक बार पंचायत समिति सदस्य चुने गये. इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और आज राजस्थान के सीएम के पद पर बैठे हैं.