Rajasthan political crisis : गहलोत खेमा की मुश्किलें बढ़ी, 102 विधायकों को खिलाफ कोर्ट में शिकायत दर्ज, जानें
Rajasthan congress crisis, ashok gehlot and sachin pilot, government and mla, court : राजस्थान राजनीतिक संकट के बीच सतारूढ़ कांग्रेस की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है. ताजा मामला सीएम सहित 102 विधायकों पर परिवारवाद दर्ज करने का है. दरअसल, एक वकील ने कोर्ट में याचिका दाखिल कर सीएम अशोक गहलोत और उनके साथ रिसॉर्ट में ठहरे 102 विधायकों के खिलाफ महामारी एक्ट में मुक़दमा दर्ज करने की मांग की है.
Rajasthan political crisis : राजस्थान राजनीतिक संकट के बीच सतारूढ़ कांग्रेस की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है. ताजा मामला सीएम सहित 102 विधायकों पर परिवारवाद दर्ज करने का है. दरअसल, एक वकील ने कोर्ट में याचिका दाखिल कर सीएम अशोक गहलोत और उनके साथ रिसॉर्ट में ठहरे 102 विधायकों के खिलाफ महामारी एक्ट में मुक़दमा दर्ज करने की मांग की है.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट को अनुसार वकील ओपन प्रकाश ने अपनी याचिका में वायरल हुई तस्वीर और वीडियो का जिक्र किया है. याचिका में कहा गया है कि कोरोना के दौर में इस तरह का जमावड़ा करना गलत है, सीएम ने इसकी परमिशन नहीं ली है. यह महामारी एक्ट का उल्लघंन है.
102 विधायक ठहरे हैं रिसॉर्ट में- बता दें कि जयपुर से 30 किमी दूर फेरामेंट रिसॉर्ट में कांग्रेस के 102 विधायक ठहरे हुए हैं. विधायकों के साथ कांग्रेस हाईकमान की ओर से आए प्रतिनिधि भी रुके हुए हैं. बीते दिनों इन विधायकों की कई तस्वीर वायरल हुई, जिसमें कुछ खाना बना रहे हैं, तो कुछ सार्वजनिक तौर पर बैठकर फिल्में देख रहे हैं.
पायलट के बगावत के बाद से ही बाड़ेबंदी में है विधायक- बता दें कि पार्टी के नेता सचिन पायलट के बगावत करने के बाद से ही सभी विधायकों को एक रिसॉर्ट में रखा गया है. इससे पहले,सभी विधायक सीएम आवास पर हुए बैठक में शामिल हुए थे, जिसके बाद से फिर उन्हें रिसॉर्ट ले जाया गया था. सभी विधायकों की नजर आए हाईकोर्ट के फैसले पर है, जिसमें पायलट गुट के विधायकों की सदस्यता पर फैसला होना है.
ये हैं सीटों का गणित- राजस्थान में वर्तमान में कांग्रेस ने 102 विधायकों की सूची राज्यपाल को सौंपी है. यानी पार्टी के पास निर्दलीय, बीटीपी, सीपीएम को मिलाकर कुल 102 विधायक है. वहीं बताया जा रहा है कि सचिन पायलट गुट के पास 3 निर्दलीय विधायक सहित 22 विधायक है, जबकि बीजेपी गठबंधन के पास 75 विधायक है. ऐसे में मामला करीबी होने के कारण कांग्रेस हाईकमान कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है.
Posted By : Avinish kumar mishra