नयी दिल्ली : राजस्थान (Rajasthan Crisis) में जारी सियासी जंग में अब जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी कूद पड़े हैं. उन्होंने कहा कि राजस्थान में सरकार को लेकर जारी खींचा-तानी में उनके पिता फारूख अब्दुल्ला और उनका नाम बेवजह घसीटा जा रहा है. अब्दुल्ला ने इस संबंध में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
बघेल ने कहा था कि राजस्थान की सियासी खींचतान के तार कहीं न कहीं उमर अब्दुल्ला और उनके पिता की इस साल की शुरुआत में हुई रिहाई से जुड़े हैं. सोमवार को उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, ‘वे ऐसे झूठे और घटिया आरोप सुनकर तंग हो गये कि राजस्थान में सचिन पायलट जो कुछ भी कर रहे हैं उसका किसी तरह से फारूक अब्दुल्ला या उनकी रिहाई से लेना देना है. बस अब बहुत हुआ. भूपेश बघेल मेरे वकीलों का सामना करने के लिए तैयार रहिए.’
उमर अब्दुल्ला में अपने ट्वीट को राहुल गांधी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरेजवाला को भी टैग किया है. गौरतलब है कि सचिन पायलट ने उमर अब्दुल्ला की बहन सारा अब्दुल्ला के साथ शादी की है. जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद कश्मीर घाटी में हुए इसके विरोध के बीच उमर और उनके पिता फारुक अब्दुल्ला को नजरबंद किया गया था.
I am fed up of the downright malicious and false allegation that what Sachin Pilot is doing is somehow linked to my or my father’s release from detention earlier this year. Enough is enough. Mr @bhupeshbaghel will be hearing from my lawyers. Cc @RahulGandhi @INCIndia @rssurjewala https://t.co/Gojb7vN1V3
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) July 20, 2020
यहां बता दें कि कांग्रेस पार्टी और सचिन पायलट के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है. पायलट अपने समर्थक विधायकों के साथ खुलकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विरोध में खड़े हो गये हैं. सोनिया गांधी, राहुल गांधी और यहां तक कि प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी पायलट से बात कर उन्हें मनाने का प्रयास किया. आज ही गहलोत ने कहा कि राजस्थान में सियासी उठा पटक के पीछे पूरा खेल भाजपा का है. सबको मालूम है, सियासी संकट के पीछे भाजपा का ही खेल है.
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गहलोत ने यह भी कहा कि सचिन पायलट बीजेपी के समर्थन से पिछले 6 महीनों से साजिश रच रहे थे. इतना ही नहीं, गहलोत ने सचिन पायलट को निकम्मा और नाकारा तक करार दे दिया. उन्होंने कहा कि एक छोटी खबर भी नहीं पढ़ी होगी किसी ने कि पायलट साहब को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के पद से हटाना चाहिए. हम जानते थे कि वो (सचिन पायलट) निकम्मा है, नकारा है, कुछ काम नहीं कर रहा है खाली लोगों को लड़वा रहा है.
गहलोत ने कहा, सात साल में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष को हटाने की मांग कभी नहीं उठी, जबकि हमें पता था कि सचिन पायलट कुछ नहीं कर रहे. इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ होगा कि पार्टी का प्रदेशाध्यक्ष ही अपनी पार्टी की सरकार को गिराने में लगा हो. हालांकि सचिन पायलट ने इस मामले में भाजपा का हाथ होने से इनकार किया है. उन्होंने स्पष्ट कहा है कि वह भाजपा में शामिल नहीं हो रहे हैं.
Posted by: Amlesh Nandan Sinha.