राजस्थान में विधानसभा चुनाव के कुछ ही महीने रह गये हैं. कांग्रेस ने पार्टी के अंदरूनी कलह को ठीक कर लिया है और पूरे जोर-शोर से चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है. प्रदेश के चुनाव के ट्रेंड को देखकर ऐसा लग रहा है कि पार्टी इस बार टिकट देने में उम्मीदवार पर खास ध्यान देगी. इस बीच पार्टी टिकट वितरण के एक सवाल के जवाब में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा है कि कोई पैराशूट उम्मीदवार नहीं चुनावी मैदान में ताल ठोकेगा. कांग्रेस नेताओं से सहमति के बाद ही नाम तय किये जायेंगे. इस बार उन उम्मीदवारों पर विचार किया जाएगा जो जीतने की क्षमता रखते हैं और जिनका नाम पार्टी सर्वेक्षण के तहत आता है.
इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे एवं पार्टी नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी नौ अगस्त को राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में एक जनसभा को संबोधित करेंगे जिसकी तैयारी शुरू कर दी गयी है. इस बाबत कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने बताया कि नौ अगस्त को ‘आदिवासी दिवस’ के रूप में मनाया जाता है. इस दिन बांसवाड़ा जिले में जनसभा की तैयारी की जा रही है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और प्रियंका गांधी सहित कांग्रेस नेता रैली में पहुंचेंगे और आदिवासी समुदाय के लोगों को बांसवाड़ा में संबोधित करेंगे.
सोशल मीडिया पर कांग्रेस का खास फोकस
कांग्रेस इस बार सोशल मीडिया पर ध्यान केंद्रित कर रही है. राजस्थान की राजधानी जयपुर पहुंचे रंधावा ने कहा कि पार्टी के आईटी सेल के सदस्यता अभियान के लिए वे यहां आये थे. विरोधियों द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों को कम करने में एक मजबूत आईटी सेल अहम भूमिका निभाती है. आपको बता दें कि कुछ दिन पहले कांग्रेस नेताओं ने पांच चुनावी राज्यों के अपने सोशल मीडिया एवं मीडिया विभागों के प्रमुखों के साथ बैठक की थी. पार्टी के संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने मध्य प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम के कांग्रेस के सोशल मीडिया एवं मीडिया विभागों के प्रमुखों के साथ बैठक की थी और कुछ जरूरी चीजों पर मंथन किया था. इस बैठक में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश, पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा भी नजर आये थे.
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कांग्रेस ने बनायी चुनाव कमेटी
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को कांग्रेस ने राजस्थान के लिए चुनाव कमेटी बनायी है जिसमें गोविंद सिंह डोटासरा को चेयरमैन नियुक्त किया गया. इस बाबत कांग्रेस की ओर से एक सूची जारी की गयी. इस लिस्ट में सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का नाम नजर आ रहा है. पार्टी की ओर से जो सूची जारी की गयी है उसमें 29 नाम दिख रहे हैं. कमेटी में राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, जितेंद्र सिंह, सचिन पायलट, रघुवीर मीणा, रामेश्वर डूडी, मोहन प्रकाश, रघु शर्मा, हरिश चौधरी, लालचंद कटारिया, महेंद्र जीत मालवीय समेत कुल 29 सदस्य बनाये गये हैं.
क्या है राजस्थान का ट्रेंड
पिछले छह विधानसभा चुनाव का इतिहास को उठाकर देख लें तो राजस्थान का ट्रेंड समझ में आ जाता है. जनता हर साल सरकार बदल देती है.
1. अशोक गेहलोत (कांग्रेस)-17 दिसंबर 2018 से अबक
2. वसुंधरा राजे सिंधिया(बीजेपी)-13 दिसंबर 2013 से 16 दिसंबर 2018
3. अशोक गेहलोत (कांग्रेस)-12 दिसंबर 2008 से 13 दिसंबर 2013
4. वसुंधरा राजे सिंधिया (बीजेपी)-08 दिसंबर 2003 से 11 दिसंबर 2008
5. अशोक गेहलोत(कांग्रेस)-01 दिसंबर 1998 से 08 दिसंबर 2003
6. भैरों सिंह शेखावत(बीजेपी)-04 दिसंबर 1993 से 29 नवंबर 1998
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राजस्थान की राजनीति की जानकारी रखने वाले विशेषज्ञों की मानें तो जब कोई पार्टी सत्ता में आती है तो प्रदेश की जनता की उम्मीदें उनसे ज्यादा होती है, लेकिन जब पांच साल में उम्मीदें पूरी नहीं होती तो जनता अगले चुनाव में इसका जवाब देती है. सरकार के खिलाफ एंटीइन्कमबेंसी बढ़ जाती है और इसका असर चुनाव में दिखता है.
2018 के राजस्थान विधानसभा चुनाव का परिणाम
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 की बात करें तो इस साल कांग्रेस पार्टी को कुल 99 सीटों पर जीत मिली है जबकि बीजेपी 73 सीट पर ही सिमट गयी थी. 27 सीट पर अन्य दलों ने जीत दर्ज की. इस साल कांग्रेस पार्टी अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर राज्य में सरकार बनायी थी.