Rajasthan Election 2023: चुनाव से पहले सचिन पायलट ने दे दी है सीएम अशोक गहलोत को टेंशन ?
Rajasthan Election 2023 : पिछले दिनों की दो घटनाओं ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को असहज कर दिया है. जानें प्रदेश के सीएम गहलोत ने क्या कहा
Rajasthan Election 2023 : राजस्थान में कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के साथ खटपट की खबरों के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि अगला चुनाव कैसे जीता जाए और वे इसमें कैसे योगदान दे सकते हैं.
आगे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ऐसा कुछ भी नहीं करना चाहिए जिससे पार्टी को नुकसान पहुंचे. आपको बता दें कि सचिन पायलट पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस को प्रदेश में असहज स्थिति में लाते नजर आ चुके हैं.
All congress party workers should focus on thinking about how to win the next election and how they can contribute towards this. And should never do anything which can cause damage to the party. Rajasthan CM Ashok Gehlot on Sachin Pilot pic.twitter.com/Dos1o1NHH2
— ANI (@ANI) April 21, 2023
हाल की इन दो घटनाओं ने कांग्रेस को किया असहज
राम प्रसाद मीणा के परिजनों से मुलाकात
आपको बता दें कि कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने राजस्थान की राजधानी जयपुर में गुरुवार को राम प्रसाद मीणा के परिवार से मुलाकात की. जमीनी विवाद को लेकर राम प्रसाद मीणा ने कथित तौर पर राजस्थान के एक मंत्री से परेशान होकर आत्महत्या की थी, जिसके बाद परिवार वाले धरने पर बैठ गये. मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि यह दुख पहुंचाने वाली घटना है. मैंने उनके पिताजी, भाई, बेटे से मुलाकात की है. इस मामले में निष्पक्ष और समयबद्ध सीमा में और तथ्यों का संज्ञान लेते हुए जांच होनी चाहिए. जांच प्रभावित न हो और पुलिस पर कोई दबाव न हो और निष्पक्ष हो उसकी ज़िम्मेदारी भी हम सबकी है.
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एक दिन का अनशन
यदि आपको याद हो तो पिछले दिनों राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कांग्रेस पार्टी द्वारा दी गयी चेतावनी को दरकिनार करते हुए पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल में हुए कथित भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई की मांग को लेकर एक दिवसीय ‘अनशन’ किया था. इस अनशन के बाद पायलट दिल्ली भी पहुंचे थे और शीर्ष नेताओं से मुलाकात की थी.