Rajasthan Election Result: रुझान में पिछड़ रही कांग्रेस, काम न आए अशोक गहलोत के दावे! पढ़ें 9 बड़े चुनावी बयान
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चुनाव प्रचार के दौरान केंद्र सरकार और भाजपा पर हमला करने में कोई कसर बाकी नहीं रखी, लेकिन चुनाव परिणाम में उनके सारे दांव उलटे पड़ते दिखाई दे रहे हैं. राजस्थान में कांग्रेस के पिछड़ने के पीछे पार्टी की आंतरिक कलह की भी अहम भूमिका बताई जा रही है.
Rajasthan Election Result : भारत के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के लिए रविवार 3 दिसंबर 2023 को मतगणना जारी है. इस दौरान राजस्थान में मतगणना के दौरान शुरुआती रुझान में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी अपने प्रतिद्वंद्वी भाजपा से पिछड़ रही है. यहां पर सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को कम से कम 100 सीटों की जरूरत है. चुनाव में जीत हासिल करने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कई बड़े दावे किए और बड़े-बड़े बयान दिए. चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने केंद्र सरकार और भाजपा पर हमला करने और घेरने की कोई कसर बाकी नहीं रखी, लेकिन चुनाव परिणाम में उनके सारे दांव उलटे पड़ते दिखाई दे रहे हैं. राजस्थान में कांग्रेस के पिछड़ने के पीछे पार्टी की आंतरिक कलह की भी अहम भूमिका है. 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच का तनाव अपने चरम पर पहुंच गया. फिर भी, अशोक गहलोत अपने दम पर चुनावी नैया को पार लगाने की कोशिश की. आइए, पढ़ते हैं उनके 9 बड़े बयान, जिसे उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान दिया है.
22 नवंबर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्य विपक्षी दल भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह जनता के हक की बात का हमेशा विरोध करती है. गहलोत ने भाजपा द्वारा कांग्रेस की सात गारंटी की शिकायत निर्वाचन आयोग में किए जाने की आलोचना करते हुए यह बात कही. मुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि कांग्रेस पार्टी की सात गारंटी के खिलाफ भाजपा रोते-धोते निर्वाचन आयोग के पास गई है. ऐसा कर के वह इस चुनाव में अपनी हार को मान रही है. गहलोत ने कहा कि भाजपा नहीं चाहती कि राजस्थान में महिलाओं को हर साल 10,000 रुपये मिले या पशुपालकों से गोबर खरीद की जाए या विद्यार्थियों को लैपटॉप मिले. जनता के हक में कोई बात हो तो भाजपा उसका हमेशा विरोध करती है.
23 नवंबर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ‘लाल डायरी’ और महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले को भाजपा का राजस्थान और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव जीतने के लिए रचा गया ‘षड्यंत्र’ करार दिया. उन्होंने इसकी जांच सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश से करवाने की मांग की. गहलोत ने दावा किया कि उनकी सरकार के खिलाफ कोई ‘सत्ता विरोधी’ लहर नहीं है. उन्होंने उम्मीद जताई कि राज्य में एक बार फिर कांग्रेस की सरकार बनेगी. गहलोत ने दिवंगत कांग्रेस नेता राजेश पायलट को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की टिप्पणी की भी आलोचना की और कहा कि भाजपा राज्य में गुर्जर समुदाय को ‘भड़काना’ चाहती है. गहलोत ने कहा कि एक मांग मैं महादेव ऐप और लाल डायरी मामले के बारे में करना चाहूंगा. सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त जज से इसकी जांच कराई जानी चाहिए.
24 नवंबर : राजस्थान में मतदान से कुछ घंटे पहले जोधपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 24 नवंबर को कहा था कि वे (बीजेपी) हमारी सरकार गिराने की कोशिश कर रहे थे. एक चुनी हुई सरकार को गिराना पाप है. जनता इसका बदला लेगी. कांग्रेस के पक्ष में अंडरकरंट है. बीजेपी के राजस्थान में सरकार बनाने के दावे पर सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि अगर केरल का 76 साल का रिकॉर्ड (वैकल्पिक रूप से सरकार बदलने का) तोड़ा जा सकता है, तो राजस्थान में 30 साल से ज्यादा हो गए हैं. हमने कोविड के समय में अच्छा काम किया. अब अच्छे कानून, योजनाएं और गारंटी पारित कीं. लोग इससे प्रभावित हैं. कांग्रेस राजस्थान में दोबारा सरकार बनाएगी.
25 नवंबर : धन्यवाद राजस्थान! मेरे प्रदेश के हर एक मतदाता का हृदय से आभार जिन्होंने अपने मताधिकार से लोकतंत्र को मजबूत बनाने में अपनी भूमिका निभाई. कांग्रेस के मेरे कार्यकर्ता साथियों, पार्टी पदाधिकारियों एवं चुनाव प्रबंधन में जुटे सभी लोगों का विशेष रूप से धन्यवाद जिनके परिश्रम से यह चुनाव सफलतापूर्वक संपन्न हो पाया है. आज मतदान करने के उपरांत आदरणीय बड़ी बहन विमला देवी जी से मिलकर विजय का आशीर्वाद लिया. बड़ी बहन की आत्मीयता और सद्भाव हमेशा ही मुझे बल प्रदान करता है.
27 नवंबर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं ने प्रचार अभियान में भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल किया और ‘धर्म कार्ड’ चलाने की कोशिश की, लेकिन लोगों ने उन्हें खारिज कर दिया. राजस्थान की 200 में से 199 सीटों पर शनिवार को मतदान हुआ और मतगणना तीन दिसंबर को होगी. गहलोत ने कहा कि उनके केंद्रीय नेताओं की भाषा तो दंगे भड़काने वाली थी, लेकिन जनता ने उनकी परवाह नहीं की. जनता उनके भड़काने में नहीं आई. उन्होंने कहा कि उनका धार्मिक कार्ड चला नहीं, जो उन्होंने चलाने का प्रयास किया जोर शोर से. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने क्या भाषा इस्तेमाल की? ऐसी भाषा को उचित नहीं कह सकते हैं, क्योंकि लोगों को भड़काने वाली बातों से चुनाव में तनाव पैदा होता है. गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार के खिलाफ कोई ‘सत्ता विरोधी’ लहर नहीं है. उन्होंने कहा कि जमकर वोटिंग हुई है. मैं समझता हूं कि अंडरकरंट की तरह माहौल बना है राजस्थान में. जो खबरें आ रही हैं.
28 नवंबर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विश्वास जताया कि कांग्रेस तेलंगाना समेत उन पांचों राज्यों में सरकार बनाएगी, जहां विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना तीन दिसंबर को होगी. उन्होंने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर विपक्षी नेताओं के विरुद्ध केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया. गहलोत ने जमीनी आकलन का हवाला देते हुए यहां संवाददाताओं से बातचीत में दावा किया कि कांग्रेस हर जगह जीतेगी. उन्होंने कहा कि यदि तेलंगाना में 10 साल पहले कांग्रेस की सरकार बन जाती तो यह बड़ी ऊंचाइयों तक पहुंच जाता. तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की सरकार पर 2014 से सुशासन देने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए गहलोत ने कहा कि अब बीआरएस और भाजपा के बीच गुप्त तालमेल की खबरें आ रही हैं.
29 नवंबर : अशोक गहलोत ने कहा था कि हम राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में भी जीतेंगे. मैं कल (28 नवंबर) तेलंगाना गया था. देश में माहौल बदल रहा है. पीएम मोदी के दावे विफल हो रहे हैं. हमने अपने चुनावों को विकास, प्रदर्शन, सुशासन, पारित किए गए कानूनों और हमारे द्वारा दी गई गारंटी के मुद्दों पर स्थानीय बनाए रखा. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चुनाव बाद सर्वेक्षणों (एग्जिट पोल) में कुछ भी आंकड़े दिखाए जाएं, लेकिन मुझे लगता है कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनेगी. उन्होंने यह दावा भी किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में हारने वाली है. उन्होंने केंद्र सरकार पर लोकतंत्र और संवैधानिक संस्थाओं को नष्ट करने का आरोप लगाया तथा कहा कि आने वाले समय में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के भीतर ‘समझदार लोग’ विद्रोह करेंगे. राजस्थान में विधानसभा की 199 सीटों के लिए गत 25 नवंबर को मतदान संपन्न हुआ. तीन दिसंबर को मतगणना होगी.
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30 नवंबर : अशोक गहलोत ने कहा कि बीजेपी कहीं भी जीतने वाली नहीं है. एग्जिट पोल के नतीजों के बावजूद कांग्रेस सत्ता में वापस आएगी. उन्होंने कहा कि आज माननीय राज्यपाल श्री कलराज मिश्र जी से शिष्टाचार भेंट हुई. इस दौरान प्रदेश के महत्वपूर्ण विषयों पर सार्थक चर्चा की.
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2 दिसंबर : मतगणना शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार तीन दिसंबर को कहा कि कल गिनती है. कांग्रेस चुनाव जीत रही है. हमें स्पष्ट बहुमत मिलेगा.