Rajasthan News: गहलोत कैबिनेट में भ्रष्ट को बनाया जा रहा है मंत्री! कुछ कांग्रेस विधायक हुए नाराज
Rajasthan News: जौहरी लाल मीणा ने कहा है कि टीकाराम जूली को कैबिनेट मंत्री कैसे बनाया गया ये समझ नहीं आ रहा है. भ्रष्ट लोगों को चुना गया.
Rajasthan News : राजस्थान में आज कैबिनेट का पुनर्गठन होने जा रहा है. मंत्रियों के नाम लगभग फाइनल हो चुके हैं. लेकिन इस बीच जो खबर आ रही है उससे ऐसा लगता है कि कांग्रेस में टूट हो सकती है. दरअसल न्यूज चैनल आज तक ने खबर दी है कि नई कैबिनेट को लेकर सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच सहमति बन गई है लेकिन पार्टी में असंतोष भी पैदा हो गया है. सूत्रों के हवाले से चैनल ने बताया है कि कांग्रेस के कई विधायक नई कैबिनेट से खुश नहीं हैं.
अलवर से टीकाराम जूली को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है जिसपर जौहरी लाल मीणा, साफिया ज़ुबैर,बसपा से आए विधायक दीपचंद खड़िया विरोध व्यक्त किया है. ये सभी जयपुर रवाना हो चुके हैं. जौहरी लाल मीणा ने कहा है कि टीकाराम जूली को कैबिनेट मंत्री कैसे बनाया गया ये समझ नहीं आ रहा है. भ्रष्ट लोगों को चुना गया.
पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी पहुंचे पायलट से मिलने
इधर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाक़ात करने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी सचिन पायलट के पास पहुंचे. दोनों नेताओं की मुलाकात पायलट के आवास पर हुई. आपको बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने जयपुर पहुंचे हैं.
क्या कहा सचिन पायलट ने
इस बीच राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में प्रस्तावित फेरबदल पर संतोष व्यक्त किया है. उन्होंने कहा है कि यह बदलाव बहुत बड़ा संकेत है जिसका फायदा आगे चलकर कांग्रेस को होगा और राज्य में 2023 में पार्टी फिर सरकार बनाएगी. पत्रकारों से बात करते हुए पायलट ने कहा कि प्रयास यही की गई है कि इसमें किसी को छोड़ा नहीं जाए और हर तबके, हर समाज, हर क्षेत्रीय एवं भौगोलिक दृष्टिकोण को देखते हुए इसका गठन किया गया है.
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गहलोत सरकार में यह पहला मंत्रिमंडल फेरबदल
यहां चर्चा कर दें कि सचिन पायलट एवं उनके समर्थक 18 विधायकों ने पिछले साल मुख्यमंत्री गहलोत के नेतृत्व के खिलाफ बगावती रुख अपनाया था. तब पार्टी आलाकमान के हस्तक्षेप से मामला सुलझा लिया गया और तभी से पायलट एवं उनके समर्थक मंत्रिमंडल में फेरबदल एवं राजनीतिक नियुक्तियां किए जाने की मांग उठा रहे थे. अगले महीने अपने कार्यकाल के तीन साल पूरे करने जा रही गहलोत सरकार में यह पहला मंत्रिमंडल फेरबदल होगा.
Posted By : Amitabh Kumar