Rajasthan Political Crisis : राज्यपाल से मिले सीएम अशोक गहलोत, 102 विधायकों के समर्थन का दावा पेश किया

Rajasthan Political Crisis, CM Ashok Gehlot, meet, Governor, claim support of 102 MLAs राजस्थान में सियासी दांव-पेंच का खेल अब भी जारी है. सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच जारी विद ने अब नया रूप ले लिया है. नये खेल में अब सनसनीखेज ऑडियो टेप की एंट्री हो गयी है. ऑडियो टेप को लेकर राजस्थान कांग्रेस और भाजपा दोनों आमने- सामने आ गए हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2020 9:09 PM

जयपुर : राजस्थान में सियासी दांव-पेंच का खेल अब भी जारी है. सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच जारी विद ने अब नया रूप ले लिया है. नये खेल में अब सनसनीखेज ऑडियो टेप की एंट्री हो गयी है. ऑडियो टेप को लेकर राजस्थान कांग्रेस और भाजपा दोनों आमने- सामने आ गए हैं. इस नये विवाद के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्यपाल कलराज मिश्र से राजभवन में मुलाकात की. बताया जा रहा है कि गहलोत ने राज्यपाल से मिलकर बहुमत का दावा पेश किया है. गहलोत ने राज्यपाल से अपने पास 102 विधायकों के समर्थन होने का दावा पेश किया है. हालांकि गहलोत की इस मुलाकात को औपचारिक भेंट बताया जा रहा है. शनिवार को गहलोत को उस समय और मजबूती मिली जब भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP) ने अपना समर्थन पत्र उन्हें सौंपा.

इधर राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने राज्य की कांग्रेस सरकार में अंतर्कलह होने और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा अपनी कुर्सी बचाए रखने के लिए सरकारी एजेंसियों का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया है. कटारिया ने कहा, मुख्यमंत्री गहलोत सत्ता में बने रहने के लिए सरकारी एजेंसियों का दुरूपयोग करके विधायकों को डराने-धमकाने का षड्यंत्र भी कर रहे हैं. उन्होंने कहा, कांग्रेस सरकार में अंतर्कलह एवं विग्रह है जो सरकार बनने के समय से ही है. इस बारे में राज्य की जनता जान चुकी है लेकिन मुख्यमंत्री गहलोत और उनकी सरकार के मंत्री इस अंतर्कलह का ठीकरा भाजपा पर फोड़ रहे हैं.

कटारिया ने कहा कि भाजपा पर लगाए जा रहे कांग्रेस के सारे आरोप झूठे हैं. कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा व उसके नेता गहलोत सरकार को गिराने की साजिश कर रहे हैं. कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी बचाने के लिए सरकारी एजेंसियों के जरिये राज्य के नेताओं पर नजर रखवा रहे हैं कि कौन दिल्ली जा रहा है, कौन आ रहा है, इसके अलावा नेताओं के फोन भी टेप करवाये जा रहे हैं, जो कि निजता का उल्लघंन है.

उन्होंने कहा कि फर्जी फोन टेपिंग के जरिये हमारी पार्टी के नेताओं को बदनाम करने की साजिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि गहलोत के पास अगर बहुमत है तो फिर वह क्यों शक्ति परीक्षण से पीछे हट रहे हैं और क्यों सरकार होटल में कैद है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनियां ने ट्वीट किया, निर्दलियों, छोटे दलों के विधायकों की जासूसी करवाई जा रही है और पहरा भी लगाया जा रहा है, यह आपातकाल नहीं तो क्या है.

भाजपा ने राजस्थान में फोन टैपिंग सहित अन्य मामलों की सीबीआई से जांच कराने की मांग की

राजस्थान में सरकार को गिराने एवं पार्टी तोड़ने का प्रयास करने के कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा ने शनिवार को कहा कि सारा षड्यंत्र उन्हीं के घर में रचा जा रहा था. पार्टी ने कहा कि संवैधानिक प्रावधानों को ताक पर रखकर फोन टैंपिंग किये जाने सहित विभिन्न प्रकरण की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, राजस्थान में कांग्रेस की राजनीतिक नौटंकी हम देख रहे हैं. षड्यंत्र, झूठ फरेब और कानून को ताक पर रखकर कैसे काम किया जाता है, यह उसका मिश्रण है. उन्होंने कहा कि कुछ ऑडियो टेप के माध्यम से आरोप लगाया जा रहा है कि भाजपा द्वारा कांग्रेस पार्टी को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है.

Posted By – Arbind kumar mishra

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