जयपुर : राजस्थान में राजनीतिक सरगमी बढ़ गयी है. अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ बगावती रुख अपनाने के लिए पायलट एवं उनके साथी नेताओं के खिलाफ कांग्रेस ने कड़ी कार्रवाई की है. पायलट को उपमुख्यमंत्री पद के साथ-साथ पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है. कार्रवाई के बाद पायलट ने पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए कहा, सत्य को परेशान किया जा सकता है, लेकिन पराजित नहीं.
इधर पायलट पर कार्रवाई का कई कांग्रेसी नेताओं ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस पार्टी की पूर्व सांसद और अभिनेता संजय दत्त की बहन प्रिया दत्त ने सचिन पर कार्रवाई के बारे में कहा कि किसी का महत्वाकांक्षी होना गुनाह नहीं है. उन्होंने सिंधिया और पायलट के बारे में कहा, जिन लोगों ने सबसे मुश्किल घड़ी में कठिन परिश्रम किया, उनका कांग्रेस पार्टी से जाना वाकई दुखदायी है. प्रिया ने ट्वीट किया और लिखा, एक और मित्र पार्टी छोड़ रहे हैं. सचिन और ज्योतिरादित्य, दोनों सहकर्मी और अच्छे मित्र हैं. दुर्भाग्य से पार्टी ने बड़ी संभावनाओं वाले दोनों दिग्गज युवा नेताओं को खो दिया.’
Another friend leaves the party both sachin and jyotirajya were colleagues & good friends unfortunately our party has lost 2 stalwart young leaders with great potential. I don't believe being ambitious is wrong. They have worked hard through the most difficult times.
— Priya Dutt (@PriyaDutt_INC) July 14, 2020
कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने सचिन पायलट को राजस्थान के उपमुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद कहा कि इस तथ्य को नकारा नहीं जा सकता कि पायलट ने इतने वर्षों तक पार्टी के लिए समर्पण भाव से काम किया है. प्रसाद ने ट्वीट किया, सचिन पायलट मेरे मित्र हैं. इस तथ्य को कोई नकार नहीं सकता कि इतने वर्षों में उन्होंने पार्टी के लिए समर्पण भाव से काम किया है. उम्मीद करता हूं कि हालात संभाले जा सकते हैं. दुखद है कि बात यहां तक पहुंची.
Also Read: Rajasthan politics LIVE: राजस्थान मामले में सिंधिया की एंट्री, बोले – कांग्रेस में काबिलियत के लिए कोई जगह नहीं
राजस्थान के उप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से सचिन पायलट को हटाए जाने को लेकर कांग्रेस के नेताओं ने मिलीजुली प्रतिक्रिया व्यक्त की तथा कुछ नेताओं ने उम्मीद जताई कि अब भी मामले को सुलझा लिया जाएगा.
पार्टी के ज्यादातर नेताओं ने राजस्थान के इस राजनीतिक घटनाक्रम को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ और ‘दुखद’ करार दिया. पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि पायलट संवैधानिक पद पर थे और हो सकता है कि उनके कुछ कदम पद के अनुरूप नहीं रहे हों. उन्होंने कहा, अगर खुले दरवाजों का रचनात्मक उपयोग नहीं होता है तो कुछ दरवाजों को बंद करना पड़ता है. हम अब भी आशा करते हैं कि विकल्पों का खत्म हो जाना एक अपवाद होगा और मामले का सौहार्दपूर्ण समाधान निकाल लिया जाएगा.
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि यह घटनाक्रम न सिर्फ कांग्रेस के लिए निराशाजनक है, बल्कि पार्टी के उन कार्यकर्ताओं के लिए भी है जो जमीन पर काम करते हैं. उन्होंने कहा कि हर पार्टी कार्यकर्ता की आकांक्षा ऊंचे पदों पर पहुंचने की होती है, लेकिन इन्हें एक दायरे में होना चाहिए. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने कहा, यह घटनाक्रम दुखद है. मैं आरोप-प्रत्यारोप की बातों में नहीं पड़ना चाहता. मैं उम्मीद करता हूं कि हम इस सब चीजों के बजाय मिलकर चुनौतियों से लड़ेंगे. पार्टी नेता वीरप्पा मोइली ने कहा कि जो हुआ वो दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन पायलट करे भी धैर्य रखना चाहिए था और जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए थी.
Posted By – Arbind kumar mishra