बातचीत से पहले कांग्रेस के बागी विधायकों को भाजपा से दोस्ती तोड़नी होगी. यह बात कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कही है. उन्होंने कहा कि राजस्थान के बागी कांग्रेस विधायकों को वापसी के लिए बातचीत से पहले भाजपा से दोस्ती तोड़नी होगी तथा उसकी मेजबानी छोड़कर घर लौटना होगा.
राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व से नाराज होकर बागी हुए सचिन पायलट सहित 19 कांग्रेस विधायकों की वापसी की संभावना के सवाल पर सुरजेवाला ने कहा, सबसे पहले बागी विधायक वार्तालाप करें और उसको करने के लिए पहली शर्त है कि भाजपा की मेजबानी छोड़ें. मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई वाली हरियाणा की भाजपा सरकार का सुरक्षा चक्र छोड़ें.
सुरजेवाला ने कहा, हरियाणा में आए दिन बच्चों की हत्याएं हो रही है, सामूहिक दुष्कर्म हो रहे हैं, गुड़गांव में लोगों को सरेराह पीटा जा रहा है और इसके लिए पुलिस उपलब्ध नहीं लेकिन इन 19 विधायकों की सुरक्षा के लिए एक हजार के करीब पुलिस कर्मी लगाए गए हैं. कांग्रेस के नाराज विधायकों को भाजपा जो सुरक्षा दे रही है उसके क्या मायने हैं.
सुरजेवाला ने कहा, …इसलिए बागी विधायक पहले भाजपा की आवभगत छोड़ें ..पहले भाजपा से मित्रता तोड़ें, पहले भाजपा का साथ छोड़ें, उसकी मेहमाननवाजी छोड़ें, पहले भाजपा का सुरक्षा चक्र तोड़े अपने घर वापसी करें तब वार्तालाप होगा.
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस व उसके समर्थक विधायक यहां जैसलमेर के एक निजी होटल में रुके हुए हैं. जबकि सचिन पायलट की अगुवाई में 19 बागी विधायकों के हरियाणा के होटल में रुके होने के समाचार हैं. राज्य विधानसभा का सत्र 14 अगस्त से शुरू होगा.
सुरजेवाला ने इस अवसर पर राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम के बारे में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का बयान भी जारी किया. इसमें प्रियंका ने कहा है कि रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कायर्क्रम बुधवार को है. भगवान राम की कृपा से यह कायर्क्रम उनके संदेश को प्रसारित करने वाला राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का कायर्क्रम बने.’
इधर, अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में महाराष्ट्र पुलिस द्वारा सहयोग नहीं किए जाने के बिहार सरकार के आरोप पर पलटवार करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि बिहार सरकार महाराष्ट्र के अधिकार क्षेत्र में दखलअंदाजी नहीं कर सकती.
Posted By : Amitabh Kumar