राजस्थान कांग्रेस में एक बार फिर टकराव देखने मिली. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट में मतभेद की खबरों के बीच अब पंजाब के प्रभारी और पूर्व मंत्री हरीश चौधरी ने भी मोर्चा खोल दिया है. दरअसल ओबीसी आरक्षण को लेकर हरीश चौधरी ने सीएम अशोक गहलोत पर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि अबतक गहलोत की कैबिनेट में ओबीसी आरक्षण से जुड़ी विसंगति पर किसी तरह के फैसले नहीं लिए गए हैं, जबकि गहलोत की अध्यक्षता में दो दिन पहले ही कैबिनट की बैठक हुई थी.
हरीश चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि दो दिन पहले हुई कैबिनेट की बैठक में ओबीसी आरक्षण की विसंगतियों को लेकर चर्चा की जानी थी. लेकिन बैठक में इस मुद्दे को नहीं उठाया गया. उन्होंने इसे लेकर सीधा-सीधा सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधा है. बताते चले कि हरिश चौधरी पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रभारी रह चुके हैं. साथ ही उन्हेें कांग्रेस के कद्दावर जाट नेता के रूप में देखा जाता है.
पूर्व मंत्री हरीश चौधरी कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान पहुंचने से पहले ओबोसी आरक्षण की विसंगतियों पर फैसले करने की मांग कर चुके हैं. उन्होंने मीडिया के हवाले से कहा कि इस मुद्दे को लेकर वे कई दफा सीएम अशोक गहलोत से मिल चुके हैं, जिसपर गहलोत ने हामी भी भरी थी. उन्होंने कहा कि गहलोत ने उनसे कैबिनेट में ओबीसी आरक्षण पर फैसले सुलझान की बात कही थी. हरीश चौधरी ने चेतावनी देते हुए यह भी कहा, कांग्रेस की भारत जोड़ों यात्रा के राजस्थान पहुंचने से पहले अगर विसंगतियों पर फैसला नहीं किया जाता है, तो वे राजस्थान सरकार के खिलाफ सड़कों पर विरोध-प्रदर्शन करेंगे.
हरीश चौधरी के इस बयान का सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा हो रही है. बताते चले कि राजस्थान कांग्रेस में ओबीसी आरक्षण के विसंगति को लेकर कई मतभेद हैं. सोशल मीडिया पर राजस्थान कांग्रेस के एक मंत्री प्रताप खाचरियावास पर यह भी आरोप लगा कि इनके कहने पर सीएम गहलोत ने इस मुद्दे को नहीं उठने दिया है. हालांकि मंत्री ने इसपर सफाई देते हुए कहा कि वे ओबीसी आरक्षण के खिलाफ नहीं है.