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कांग्रेस के खिलाफ केंद्र सरकार की बड़ी कार्रवाई, राजीव गांधी फाउंडेशन की फंडिंग की होगी जांच, MHA ने बनाई कमेटी

Rajiv Gandhi Foundation: राजीव गांधी फाउंडेशन और राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट के मामलों की जांच अब गृह मंत्रालय की तरफ से गठित कमेटी करेगी. इस मामले में गृह मंत्रालय ने बुधवार को एक कमेटी का गठन किया है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के विशेष निदेशक इस समिति के प्रमुख होंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 8, 2020 11:38 AM

Rajiv Gandhi Foundation: राजीव गांधी फाउंडेशन और राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट के मामलों की जांच अब गृह मंत्रालय की तरफ से गठित कमेटी करेगी. इस मामले में गृह मंत्रालय ने बुधवार को एक कमेटी का गठन किया है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के विशेष निदेशक इस समिति के प्रमुख होंगे. अंतरमंत्रालय समिति राजीव गांधी फाउंडेशन के साथ राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट, इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट की भी जांच करेगी. बताया जा रहा है कि इस जांच में मनी लॉड्रिंग एक्ट, इनकम टैक्स एक्ट, विदेशी योगदान (विनियमन) अधिनियम, 2010 एक्ट के नियमों के उल्लंघन की जांच की जाएगी. सोशल मीडिया पर लोग इसे कांग्रेस के खिलाफ केंद्र सरकार की बड़ी कार्रवाई बता रहे हैं.


कैसे शुरू हुआ विवाद

भारत और चीन के बीच जारी विवाद के बीच जब कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला शुरू किया गया तो भाजपा ने जोरदार पलटवार किया. भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की ओर से आरोप लगाया गया कि राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से फंडिंग मिलती थी. इसके अलावा देश के लिए जो प्रधानमंत्री राहत कोष बनाया गया था, उससे भी यूपीए सरकार ने पैसा राजीव गांधी फाउंडेशन को दिया था.

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भाजपा का आरोप था कि 2005-08 तक प्रधानमंत्री राहत कोष की ओर से राजीव गांधी फाउंडेशन को ये राशि मिली थी.हालांकि, जवाब में कांग्रेस ने इन सभी आरोपों को नकार दिया था और कहा था कि राजीव गांधी फाउंडेशन देश का फाउंडेशन है और इसका काम सेवा के लिए किया जाता है.

राजीव गांधी फाउंडेशन क्या है

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के विजन और सपनों को पूरा करने के लिए उनके नाम से इस फाउंडेशन की शुरुआत 21 जून 1991 को की गई थी. इस फाउंडेशन की वेबसाइट पर बताया गया है कि 1991 से 2009 तक फाउंडेशन ने स्वास्थ्य, शिक्षा, विज्ञान और तकनीक, महिला एवं बाल विकास, अपंगता सहयोग, शारीरिक रूप से निशक्तों की सहायता, पंजायती राज, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन आदि क्षेत्रों में काम किया. 2010 में फाउंडेशन ने शिक्षा क्षेत्र पर फोकस करने का फैसला किया.

संघर्ष से प्रभावित बच्चों को शैक्षणिक मदद, शारीरिक रूप से निशक्त युवाओं की गतिशीलता बढ़ाने और मेधावी भारतीय बच्चों को कैंब्रिज में पढ़ने हेतु वित्तीय सहायता आदि जैसे कार्यक्रम फाउंडेशन की ओर से चलाए जाते हैं. इस फाउंडेशन की अध्यक्ष सोनिया गांधी हैं. पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम, मोंटेक सिंह अहलूवालिया, सुमन दुबे, राहुल गांधी, डॉ. शेखर राहा, प्रोफेसर एमएस स्वामीनाथन, डॉक्टर अशोक गांगुली, संजीव गोयनका और प्रियंका गांधी वाड्रा भी फाउंडेशन के ट्रस्टी हैं.

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