शनिवार 25 फरवरी से दिल्ली के प्रगति मैदान में विश्व पुस्तक मेले की शुरुआत हो रही है. इस पुस्तक मेले में राजकमल प्रकाशन समूह करीब एक सौ नयी किताबों के साथ हाजिर होगा. वहीं राजकमल प्रकाशन समूह से प्रकाशित 10 हजार से अधिक किताबें मेले में उपलब्ध होंगी. राजकमल प्रकाशन के प्रबंध निदेशक अशोक महेश्वरी ने बताया कि हर वर्ग के लोगों को देश-दुनिया का उत्कृष्ट साहित्य उपलब्ध कराना हमारा संकल्प है.
विश्व पुस्तक मेले में राजकमल प्रकाशन के स्टॉल को जलसाघर नाम दिया गया है. जलसाघर में राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित विभिन्न विधाओं की हजारों किताबें उपलब्ध हैं. पुस्तक मेले के दौरान विभिन्न लेखकों की पुस्तकों पर बातचीत के लिए कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. इस दौरान पीयूष मिश्रा, पुरुषोत्तम अग्रवाल, गीतांजलीश्री, गगन गिल, अशोक कुमार पांडेय, नरेश सक्सेना, मृणाल पांडे, रवीश कुमार, गीताश्री, जसिंता केरकेट्टा, अलका सरावगी, सुजाता, असग़र वजाहत, देवी प्रसाद मिश्र, अर्जुमंद आरा, विष्णु नागर, विनोद कापड़ी, सुमन केशरी आदि लेखक पाठकों से मुलाकात करेंगे.
विश्व पुस्तक मेले में राजकमल प्रकाशन के स्टॉल से पुस्तकें खरीदने पर आपके कैशमेमो के आखिरी अंक 75 होने पर 750 रुपये तक की छूट दी जायेगी. वहीं पाठक स्टॉल पर मौजूद क्यूआर कोड को स्कैन करके क्विज खेल सकेंगे जिसके परिणाम के आधार पर उन्हें पुरस्कृत किया जायेगा. राजकमल प्रकाशन की स्थापना देश की आजादी से पूर्व 28 फरवरी 1947 को हुई थी. अपनी स्थापना के 75 वर्षों का सुनहरा सफर पूरा करके राजकमल प्रकाशन 28 फरवरी को 76वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है. इस अवसर पर विश्व पुस्तक मेले में राजकमल प्रकाशन की किताबों पर पाठकों को विशेष छूट दी जायेगी.
राजकमल प्रकाशन के प्रबंध निदेशक अशोक महेश्वरी ने कहा कि देश की आजादी की पूर्ववेला में स्थापित राजकमल प्रकाशन अपनी शुरुआत से ही श्रेष्ठ पुस्तकों के जरिये समाज को बौद्धिक और सांस्कृतिक रूप से उन्नत बनाने के लिए प्रतिबद्ध रहा है. 75 वर्षों के अपने सफर में हमने अपने तमाम पाठक, लेखकों और शुभेच्छुओं के स्नेह सहयोग से अनेक उपलब्धियां हासिल कीं. इसके संतोष और अपने पाठकों, लेखकों और शुभेच्छुओं के विश्वास के बूते अब हम आने वाले अगले पचहत्तर वर्ष के लिए अपने संकल्पों को साकार करने में जुटे हैं. हमारा संकल्प हर उम्र, हर वर्ग के लोगों तक देश-दुनिया का साहित्य पहुंचाना है. साहित्य से हमारा मतलब ज्ञान के लिए आवश्यक सभी विषयों और विधाओं की किताबें हैं. उन्होंने कहा, देश के विभिन्न शहरों में किताब उत्सव का आयोजन हमारे इसी संकल्प का हिस्सा है.
विश्व पुस्तक मेले में राजकमल प्रकाशन समूह युवा पीढ़ी की रुचि और जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विविध विषयों और विधाओं की किताबें लेकर आ रहा है. इस दौरान कहानी-उपन्यास के साथ-साथ यात्रा वृत्तांत, कथेतर साहित्य, इतिहास और राजनीति की किताबें भी उपलब्ध रहेंगी. इसके अलावा राजकमल प्रकाशन युवाओं की बदलती दिलचस्पी के अनुरूप ई-बुक और ऑडियो बुक भी उपलब्ध करवा रहा है.
विश्व पुस्तक मेले में राजकमल प्रकाशन के 75 वर्षों के सफर की यादों को ताजा करने के लिए अब तक की यात्रा के महत्वपूर्ण पड़ावों के फोटोग्राफ डिजिटल माध्यम से प्रसारित किये जायेंगे. इसके अलावा राजकमल प्रकाशन के स्टॉल पर पाठकों की सुविधा के लिए एक टीवी स्क्रीन भी लगाया जायेगा, जिसकी मदद से पुस्तकप्रेमी अपनी पसंद की पुस्तकों को आसानी से ढूंढ पायेंगे साथ ही वहीं से ऑनलाइन ऑर्डर भी कर सकेंगे.
विश्व पुस्तक मेला में राजकमल प्रकाशन का पता हॉल नंबर 02 में स्टॉल नंबर 30-47 हैं जिसे ‘जलसाघर’ नाम दिया गया है. जलसाघर पहुंचने के लिए पाठक प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 10 से निकलकर पुस्तक मेले में प्रवेश कर सकते हैं. राजकमल प्रकाशन के स्टॉल पर पाठकों के लिए एक सेल्फी पाॅइंट भी बनाया जायेगा जहां पाठक अपनी पसंद की पुस्तकों के साथ सेल्फी ले सकेंगे.