profilePicture

उत्तराखंड में कौन बनेगा सीएम? राजनाथ सिंह और मीनाक्षी लेखी मिलकर तय करेंगे विधायक दल का नेता

उत्तराखंड में विधायक दल के नेता के चयन समेत चार राज्यों में सरकार गठन को लेकर मंगलवार की देर रात तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर मैराथन बैठक का आयोजन किया गया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 16, 2022 8:43 AM
an image

नई दिल्ली : उत्तराखंड समेत देश के चार राज्यों में सरकार गठन को लेकर मंगलवार की देर रात तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घर पर मैराथन बैठक की गई. इस बैठक में विधायक दल का नेता चुनने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पर्यवेक्षक और केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी को सह-पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है. भाजपा के सामने सबसे बड़ी समस्या यह है कि उसने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में वापसी तो कर ली है, लेकिन उसके सीएम पद के कंडीडेट पुष्कर सिंह धामी खटीमा सीट से चुनाव हार गए हैं. ऐसे में उसके सामने विधायक दल के नेता का चयन करना मुश्किल साबित हो रहा है.

पीएम मोदी के घर मंगलवार देर रात तक चली मैराथन बैठक

मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तराखंड में विधायक दल के नेता के चयन समेत चार राज्यों में सरकार गठन को लेकर मंगलवार की देर रात तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर मैराथन बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में विधायक दल के नेता के चयन के लिए भाजपा ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पर्यवेक्षक तथा केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी को सह पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. इस बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उत्तराखंड की भाजपा इकाई के अध्यख मदन कौशिक शामिल हुए.

तीन घंटे तक चली बैठक

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, यह बैठक करीब तीन घंटे तक चली. उत्तराखंड के चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी भी इस बैठक में शामिल हुए. धामी ने बाद में भाजपा सांसद अनिल बलूनी के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की. अमित शाह को उत्तर प्रदेश के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार देर रात तक एक बैठक की थी, जिसमें नड्डा के अलावा बीएल संतोष, अमित शाह, राजनाथ सिंह, प्रह्लाद जोशी और धर्मेंद्र प्रधान भी शामिल थे.

Also Read: उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर विधानसभाओं में 55 वर्ष से अधिक आयु के विधायकों की संख्या बढ़ी
सोच-समझकर सांसदों के बेटे-बेटियों को टिकट न देने का लिया गया फैसला : मोदी

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा के सांसदों के बेटे-बेटियों को टिकट ना दिए जाने का फैसला सोच समझकर लिया गया था, क्योंकि वंशवाद की राजनीति लोकतंत्र के लिए खतरनाक है और पार्टी इसके खिलाफ है. भाजपा की संसदीय दल की बैठक में चार राज्यों के विधानसभा चुनावों में शानदार जीत दर्ज कर सत्ता में वापसी करने पर प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा का जोरदार अभिनंदन भी किया गया.

Next Article

Exit mobile version