अगले 5 वर्षों में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बनेगा भारत, राजनाथ सिंह ने कर दी भविष्यवाणी
बेंगलुरू में एयरो इंडिया 2023 सीईओ राउंडटेबल कॉन्क्लेव में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, भारतीय रक्षा विनिर्माण उद्योग हमारी तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ा में बड़ी भूमिका निभा रहा है.
बेंगलुरु में एयरो इंडिया 2023 सीईओ राउंडटेबल कॉन्क्लेव में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर बड़ी भविष्यवाणी कर दी. उन्होंने कहा, भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और अगले 5 वर्षों में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की उम्मीद करते हैं.
रक्षा विनिर्माण उद्योग का तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में अहम रोल – राजनाथ सिंह
बेंगलुरू में एयरो इंडिया 2023 सीईओ राउंडटेबल कॉन्क्लेव में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, भारतीय रक्षा विनिर्माण उद्योग हमारी तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ा में बड़ी भूमिका निभा रहा है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की द्विपक्षीय बैठक
बेंगलुरु में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जिम्बाब्वे के रक्षा मंत्री ओप्पा चार्म ज्विनपांगे मुचिंगुरी, तंजानिया के रक्षा मंत्री बासुंगवा इनोसेंट लुघा, कांगो के राष्ट्रीय रक्षा मंत्री चार्ल्स रिचर्ड मोंजो से मुलाकात की. जबकि बांग्लादेश के मेजर जनरल तारिक अहमद सिद्दीकी, नेपाल के रक्षा मंत्री हरि प्रसाद उप्रेती और श्रीलंका राज्य की रक्षा राज्य मंत्री प्रेमिता बंडारा टेनाकून के साथ द्विपक्षीय बैठक की.
India is the 5th largest economy in the world. We hope to become 3rd largest economy in the next 5 years: Defense Minister Rajnath Singh at Aero India 2023 CEO Roundtable Conclave in Bengaluru pic.twitter.com/DYafykigEp
— ANI (@ANI) February 13, 2023
बेंगलुरु एरो इंडिया 2023 का मोदी ने किया उद्घाटन
गौरतलब है कि बेंगलुरु में आज पीएम मोदी ने एरो इंडिया 2023 का उद्घाटन किया. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे. पांच दिवसीय प्रदर्शनी में 700 से अधिक रक्षा कंपनियां और 98 देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. ‘एरो इंडिया’ का यह संस्करण देश को सैन्य विमान, हेलीकॉप्टर, सैन्य उपकरण और नए युग के एवियोनिक्स के निर्माण के लिए एक उभरते हुए केंद्र के रूप में प्रदर्शित कर रहा है. उन्होंने कहा कि ‘एरो इंडिया’ में लगभग 250 कंपनी से कंपनी समझौते (बी2बी) होने की उम्मीद है, जिससे लगभग 75,000 करोड़ रुपये के निवेश मिलने की उम्मीद है.