राज्यसभा के उप सभापति का चुनाव 14 सितंबर को, 11 सितंबर को नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि
संसद का मानसून सत्र सितंबर के दूसरे सप्ताह में हो सकता है. कोरोना संकट के बीच होने वाले मानसून सत्र को लेकर तमाम गाइडलाइंस के हिसाब सदन चलाने की बात कही जा रही है. इसी बीच राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन (उपसभापति) के चुनाव की तारीखों का भी ऐलान कर दिया गया है. राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन (उपसभापति) का चुनाव 14 सितंबर को मानसून सत्र के दौरान होगा. जबकि, उप सभापति के पद पर नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 11 सितबंर तक है. सदस्यता का कार्यकाल समाप्त होने के कारण हरिवंश के उपसभापति का कार्यकाल भी समाप्त हो गया है. वो अगस्त 2018 में राजग प्रत्याशी के रूप में उपसभापति चुने गए थे.
संसद का मानसून सत्र सितंबर के दूसरे सप्ताह में हो सकता है. कोरोना संकट में होने वाले सत्र को लेकर तमाम गाइडलाइंस के हिसाब सदन चलाने की बात कही जा रही है. इसी बीच राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन (उप सभापति) के चुनाव की तारीखों का भी ऐलान कर दिया गया है. राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन (उप सभापति) का चुनाव 14 सितंबर को मानसून सत्र के दौरान होगा. जबकि, उप सभापति के पद पर नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 11 सितंबर तक है. सदस्यता का कार्यकाल समाप्त होने के कारण हरिवंश के उप सभापति का कार्यकाल भी समाप्त हो गया है. वो अगस्त 2018 में राजग प्रत्याशी के रूप में उप सभापति चुने गए थे.
Election of Deputy Chairman of Rajya Election to be held on 14 September during the monsoon of Parliament. The last date for filing nomination is 11 September.
— ANI (@ANI) August 31, 2020
इसके पहले जुलाई महीने में राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने सदन के उप सभापति के पैनल के लिए छह सदस्यों को नामित किया था. पहली बार सदन में आए सस्मित पात्रा और एल हनुमंतैया भी शामिल हैं. पैनल के लिए नामित राज्यसभा सदस्यों में भाजपा से भुवनेश्वर कलीता और सुरेंद्र सिंह नागर, कांग्रेस से एल हनुमंतैया, राकांपा से वंदना चव्हाण, तृणमूल कांग्रेस से सुखेंदु शेखर राय, बीजू जनता दल से सस्मित पात्रा हैं. सभापति और उप सभापति की अनुपस्थिति में पैनल के सदस्यों में से ही कोई सदस्य सदन की कार्यवाही को संचालित करते हैं.
पैनल में सदस्यों को नामित करते समय सभापति सामान्य तौर पर सदन में विभिन्न दलों के सदस्यों की संख्या पर विचार करते हैं. इसके बाद उन दलों के नेताओं से सलाह ली जाती है. अभी उप सभापति का पद जदयू के सदस्य हरिवंश के सेवानिवृत्त होने के बाद खाली है. सदन के सदस्यों में से नये उप सभापति का चुनाव होगा. हालांकि हरिवंश पुन: सदन के सदस्य निर्वाचित हुए हैं और उन्हें इस पद के लिए फिर से राजग का उम्मीदवार बनाया जा सकता है.
Posted : Abhishek.