राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश ने राज्यसभा से निलंबित किए गए 8 सांसदों से मुलाकात की. आपको बता दें कि सभी सांसद गांधी प्रतिमा के सामने निलंबन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार उप सभापति हरिवंश राज्यसभा सांसदों के लिए चाय लेकर पहुंचे थे.
राज्यसभा से निलंबित कांग्रेस सांसद रिपुन बोरा ने कहा कि हरिवंश जी ने कहा कि वो आज यहां उप सभापति के रूप में नहीं बल्कि हमारे साथ काम करने वाले एक साथी के रूप में आए हैं. वे हमारे लिए चाय और स्नैक्स लेकर आये थे. सरकार की ओर से कोई भी हमारे पास नहीं आया जबकि विपक्ष के कई नेता हमसे मिलने पहुंचे.
#WATCH: Rajya Sabha Deputy Chairman Harivansh brings tea for the Rajya Sabha MPs who are protesting at Parliament premises against their suspension from the House. #Delhi pic.twitter.com/eF1I5pVbsw
— ANI (@ANI) September 22, 2020
आगे उन्होंने कहा कि हमारी बस यही मांग है कि आज सदन में LoP को बोलने दिया जाए. LoP आज हमारे निलंबन को वापिस लेने की डिमांड सदन में रखेंगे.
पीएम मोदी ने की प्रशंसा : राज्यसभा के उपसभापति ने ऐलान किया कि वे सांसदों के बर्ताव के खिलाफ एक दिन का उपवास करेंगे. इधर संसद परिसर में निलंबन के विरोध में प्रदर्शन कर रहे सांसदों को चाय पिलाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश जी के उदार हृदय और विनम्रता की ट्वीट कर प्रशंसा की…पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि व्यक्तिगत रूप से उन लोगों को चाय परोसना जिन्होंने उन पर हमला और अपमान किया. यह हरिवंश जी की विनम्रता को दर्शाता है.
To personally serve tea to those who attacked and insulted him a few days ago as well as those sitting on Dharna shows that Shri Harivansh Ji has been blessed with a humble mind and a big heart. It shows his greatness. I join the people of India in congratulating Harivansh Ji.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 22, 2020
हंगामे की गूंज लगातार दूसरे दिन सोमवार को भी सुनाई पड़ी : आपको बता दें कि राज्यसभा में हंगामे की गूंज लगातार दूसरे दिन सोमवार को भी सुनाई पड़ी. कृषि संबंधी विधेयकों को पारित करने के दौरान अमर्यादित व्यवहार के कारण विपक्ष के आठ सदस्यों को मॉनसून सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया. निलंबित सदस्यों के सदन से बाहर नहीं जाने और सदन में भारी हंगामा रहने के कारण कार्यवाही दिनभर बाधित हुई. इसके साथ ही राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने उप सभापति हरिवंश के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया.
इससे पहले सभापति ने रविवार को सदन में हुए हंगामे की चर्चा करते हुए कहा कि कुछ विपक्षी सदस्यों का आचरण दुखद, अस्वीकार्य और निंदनीय है. सदस्यों ने उप सभापति के साथ अमर्यादित आचरण किया. नायडू ने कहा कि उप सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर नेता प्रतिपक्ष व 46 सदस्यों का पत्र भी मिला है. कार्यवाही पर गौर करने से पता चलता है कि उप सभापति पर लगाये गये आरोप सही नहीं हैं. साथ ही अविश्वास प्रस्ताव निर्धारित प्रारूप में भी नहीं है. 14 दिनों के नोटिस का भी पालन नहीं किया गया. इसके बाद संसदीय कार्य राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने विपक्ष के आठ सदस्यों को सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव पेश किया. सदन ने ध्वनिमत से मंजूरी दे दी.
संसद परिसर में तकिया-कंबल लेकर डटे हैं निलंबित सांसद: आठ सदस्यों को निलंबित करने लेकर विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला. इसके विरोध में विपक्ष ने अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन का एलान किया. वहीं, संसद परिसर स्थित गांधी प्रतिमा पर निलंबित आठों सांसद धरना दे रहे हैं. धरना स्थल पर तकिया और कंबल लेकर बैठे इन सांसदों ने कहा कि हम झुकेंगे नहीं. हमारी आवाज को दबाया नहीं जा सकता. किसानों के समर्थन में लड़ाई जारी रखेंगे. विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति से विधेयकों पर हस्ताक्षर नहीं करने का आग्रह किया है.
Posted By : Amitabh Kumar