राज्यसभा में कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खरगे के बयान पर जमकर हंगाम हुआ. उन्होंने केंद्र सरकार को घेरा और कहा, लोकतंत्र में अहंकारी नारों की जगह नहीं है. देश का संविधान सबपर भारी है. मणिपुर सालों से जल रहा है. पीएम मोदी वहां क्यों नहीं गए? उन्होंने कहा कि घमंड मत करना तकदीर बदलती है. राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने पीएम मोदी को नारे देने में माहिर बताया. उन्होंने कहा कि विपक्ष 10 साल से कह रहा है कि नारे मत दीजिए, काम कीजिए.
राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मैं पूछता हूं मणिपुर जल रहा है, आप वहां जा नहीं रहे हैं. एक दिन तो जाएं वहां…पीएम मोदी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि आप 14 देशों में गए, चुनाव में भाषण दिया. आप मणिपुर क्यों नहीं गए. खरगे ने कहा कि आपने कुछ लोगों का साथ दिया, कुछ का विकास किया, गरीबों का तो आपने सत्यानाश कर दिया.
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अरे घमंड तो टूट गया आपका: खरगे
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव अहंकार तोड़ने वाला चुनाव था. पिछली सरकार के 17 मंत्री को हार का सामना करना पड़ा. किसानों को जीप से रौंदने वाले मंत्री को जनता ने सबक सिखाया. उन्होंने कहा कि ये हमको घमंडी बोलते रहते थे, अरे घमंड तो टूट गया आपका. आज आपको चार सौ पार का नारा नहीं लगाना पड़ेगा. दो सौ पार में हैं और वह भी बड़ी मुश्किल से आपके आए हैं.
प्रधानमंत्री मोदी केवल ‘मन की बात’ करते हैं: मल्लिकार्जुन खरगे
कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा में कहा कि संसद में दिए गए राष्ट्रपति के अभिभाषण में न कोई दृष्टिकोण है और न ही कोई दिशा है. राष्ट्रपति के अभिभाषण में गरीबों, दलितों, अल्पसंख्यकों का कोई जिक्र नहीं है. खरगे ने राज्यसभा के सभापति से अपील की कि संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी, बाबा साहेब आंबेडकर और अन्य नेताओं की प्रतिमाएं उनके मूल स्थानों पर पुन:स्थापित कर दी जाएं. उन्होंने कहा कि विपक्षी दल आम आदमी की बात करते हैं जबकि प्रधानमंत्री मोदी केवल ‘मन की बात’ करते हैं.