नयी दिल्ली: मानसून सत्र के 9वें दिन राज्यसभा में कृषि बिल पास कराने को लेकर जो हंगामा हुआ, अब उसको लेकर संसद के बाहर शह मात का खेल शुरू हो गया है. सभापति द्वारा की गई कार्रवाई के खिलाफ रातभर निलंबित सांसदों ने धरना दिया.सांसदों के धरने के बाद आज सुबह उपसभापति हरिवंश उनसे मिलने पहुंचे. हालांकि कुछ देर बाद उपसभापति ने सभापति वेंकैया नायडु को पत्र लिखा, जिसमें सांसदों के बर्ताव के खिलाफ उपवास करने की अनुमति मांगी.
हरिवंश ने अपने चिट्ठी में लिखा कि 20 सितंबर को जो हुआ, वो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण था. सांसदों ने जिस तरह से आसन पर आकर हंगामा किया, माइक तोड़ा और नियम की किताब फाड़ी वो संसद की गरिमा के खिलाफ था. उन्होंने आगे लिखा है कि ऐसी घटना संसदीय इतिहास में कभी नहीं हुई थी.
हरिवंश ने चेयरमैन को संबोधित करते हुए लिखा, ‘सदन में कृषि बिल के दौरान माननीय सांसदों द्वारा हिंसक व्यवहार किया गया.आसन पर बैठे व्यक्ति को भयभीत करने का प्रयास किया गया. नियम पुस्तिका फाड़ी. मेरा मन इससे काफी आहत है.’ उन्होंने आगे लिखा कि माननीय सांसदों को सदबुद्धि मिले, इसके लिए मैं एक दिन का उपवास करने की अनुमति मांग रहा हूं.
पीएम मोदी ने किया ट्वीट- वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया. पीएम ने लिखा, ‘जिन सांसदों ने कुछ दिन पहले हमला किया और उन सांसदों से जाकर मुलाकात करना और चाय देना दिखाता है कि हरिवंश जी कितने विनम्र हैं. ये उनका महानता दिखाता है.’
सांसदों से मिलने पहुंचे हरिवंश– इससे पहले, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश कल सस्पेंड हुए सांसदों से आज सुबह मिलने पहुंचे. बता दें कि उपसभापति जब चेयर पर थे, उस वक्त सांसदों ने हंगामा किया था, जिसके कारण सभापति वेंकैया नायडु ने आठ सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया था.
Also Read: Parliament LIVE :’सांसदों का निलंबन वापस लिया जाए’- राज्यसभा में बोले गुलाम नबी आजाद
Posted by : Avinish Kumar mIshra