Rajysabha Election: राज्यसभा सीटों के लिए 10 जून को चुनाव होना है. हालांकि पहले 57 सीटों के लिए चुनाव होना था, लेकिन 11 राज्य में 41 सीटों पर उम्मीदवार निर्विरोध जीत गए. जिसके बाद अब महाराष्ट्र, राजस्थान, कर्नाटक और हरियाणा के लिए 16 सीटों पर चुनाव होना है. अब इन विधायकों को सहज रखने के लिए राजनीति तेज हो गई है. इन राज्यों में किस पार्टी की जीत दिख रही है, कहां पेच फंस रहा है, आइये आपको बताते हैं.
महाराष्ट्र में शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी के बीच में काफी तीखी चुनावी जंग देखने को मिल रही है. आपको बता दें कि महाराष्ट्र में कुल 6 सीटों के लिए चुनाव होना है. वहीं एक सीट के लिए 42 वोटों की जरूरत है. सदन की मौजूदा संख्या को देखते हुए बीजेपी अपने दो राज्यसभा सांसद को ले सकती है, वहीं शिवसेना एक, एनसीपी के एक और कांग्रेस भी एक सदस्य चयनित करवा सकती हैं. इस बार गठबंधन के अतिरिक्त मत शिवसेना के उम्मीदवार को दिए जाएंगे. शिवसेना ने संजय पवार को उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी ने कोल्हापुर के धनंजय महादिक को उम्मीदवार बनाया है. क्रॉस वोटिंग के डर से पार्टियां अपने-अपने विधायकों को रिजॉर्ट या होटलों में शिफ्ट कर दिया है.
वर्तमान में राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है. यहां दस राज्यसभा सीटें हैं. जिसमें से चार सीटों पर चुनाव होना है. इसमें कांग्रेस के तीन, बीजेपी के एक और एक बीजेपी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में हैं. एक सांसद को चुनने के लिए 41 वोटों की जरूरत पड़ेगी, ऐसे में तीन को जीतने के लिए कुल 123 वोटों की जरूरत पड़ेगी. कांग्रेस के लिए एक सीट फंस सकती है, जबकि दो सीट पर कांग्रेस और एक सीट पर बीजेपी की जीत तय है. सुभाष चंद्रा क्रॉस वोटिंग का कहकर अपनी जीत पक्की कर चुके हैं. कांग्रेस के पास बहुमत के साथ तीन उम्मीदवार मैदान में हैं. बीजेपी ने एक उम्मीदवार मैदान में उतारा है. अगर यहां क्रॉ स वोटिंग होती है तो कांग्रेस का एक सीट पर पेंच फंस सकता है.
कर्नाटक में चार सीटों पर चुनाव होना है. विधानसभा में कुल 224 सीटें हैं. जिसमें से बीजेपी के पास 122 सदस्य हैं, उनके पास स्वतंत्र विधायकों का भी समर्थन है. कांग्रेस के पास 69 विधायक हैं और एक स्वतंत्र विधायक का समर्थन है. जनता दल सेक्युलर के कुल 32 विधायक हैं. चौथी सीट के लिए तीन पार्टियों में टक्कर है.
हरियाणा में दो राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव होना है. यहां अजय माकन और कार्तिकेय शर्मा के बीच सीधी टक्कर है. दोनों को जीतने के लिए 31 वोटों की जरूरत है. कांग्रेस को क्रॉस वोटिंग का डर सता रहा है. जिसके बाद पार्टी ने 10 जून तक अपने विधायकों को होटलों में भर दिया है.