नयी दिल्ली : कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी), 2021-2022 पर फसल खरीद में भ्रष्टाचार के आरोप लगाये हैं. उन्होंने एमएसपी खरीद में 11 हजार किसानों के फर्जी होने का दावा किया है.
In the MSP procurement in Rampur, out of 26 thousand farmers, 11,000 farmers were fake, Rakesh Tikait claimed
"We will provide the document. Farming is being shown at the places where schools & buildings are being constructed there," says BKU leader Rakesh Tikait
— ANI (@ANI) August 5, 2021
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, ”दिल्ली-उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित गाजीपुर में भारतीय किसान संघ (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी), 2021-22 पर फसल खरीद में भ्रष्टाचार के आरोप लगाये हैं.”
राकेश टिकैत ने दावा किया कि रामपुर में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद में 26 हजार किसानों में से 11 हजार किसान फर्जी हैं. बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि ”हम दस्तावेज मुहैया करायेंगे. जिन जगहों पर स्कूल और भवन बन रहे हैं, वहां खेती दिखाई जा रही है.”
पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि रामपुर में एमएसपी पर खरीद में मिल संचालक, बिचौलिया और सरकारी अफसरों ने जमकर लूटपाट की है. उन्होंने रामपुर में अभिनेत्री जयाप्रदा के स्कूल की जमीन पर भी खेती दिखा कर खरीद किये जाने का आरोप लगाया है.
राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार की ओर से 23 फसलों पर एमएसपी घोषित किये जाने के बावजूद केवल दो-तीन फसलों की ही खरीद की जाती है. देश के आठ फीसदी किसान भी एमएसपी का लाभ नहीं ले पा रहे हैं. किसानों से सस्ती दरों पर फसल खरीदकर बिचौलिये एमएसपी पर बेच देते हैं.
बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने रामपुर में फसलों की खरीद में भ्रष्टाचार के कई उदाहरण भी दिये. साथ ही सरकार से सीबीआई जांच की मांग करते हुए अन्य जिलों में भी फर्जीवाड़े का पर्दाफाश करने की बात कही है. उन्होंने प्रदेश में पांच लाख फर्जी किसानों के होने का दावा करते हुए कहा कि यूपी मिशन में भी भारतीय किसान यूनियन मामले को उठायेगी.