राम मंदिर के भूमि पूजन के लिये अयोध्या को ‘दुल्हन’ की तरह सजाया गया
पांच अगस्त को होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम के लिये भगवान राम की नगरी अयोध्या को 'दुल्हन' की तरह सजाया गया है. भव्य राम मंदिर निर्माण के लिये होने वाले इस एतिहासिक भूमि पूजन कार्यक्रम में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल होंगे.
अयोध्या : पांच अगस्त को होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम के लिये भगवान राम की नगरी अयोध्या को ‘दुल्हन’ की तरह सजाया गया है. भव्य राम मंदिर निर्माण के लिये होने वाले इस एतिहासिक भूमि पूजन कार्यक्रम में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल होंगे.
राज्य की राजधानी लखनऊ तथा अन्य पडोसी जनपदों से अयोध्या जाने वाली अधिकतर सड़कें भगवान राम के प्रस्तावित मंदिर और राम लला के बड़े-बड़े पोस्टरों, बैनरों और होर्डिंग से सजी हैं. अयोध्या जाने वाले वाहनों की जांच उससे पहले पड़ने वाले जिले बाराबंकी से ही शुरू हो जाती है और रास्ते में चार स्थानों पर सख्त जांच की जा रही है. अयोध्या में प्रवेश करने वाले वाहनों में सवार लोगो के मोबाइल नंबर और वाहनों का पूरा ब्यौरा भी पुलिसकर्मी नोट कर रहे हैं.
अयोध्या में उन्ही लोगों को प्रवेश करने दिया जा रहा है जिन्हें आधिकारिक स्वीकृति मिली हुई है. मंगलवार को अयोध्या पहुंचने वालों को कई स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था से होकर गुजरना पड़ा. हनुमानगढ़ी इलाके में पुलिस और प्रशासन के वाहनों के सायरन दूर से ही सुनाई देने लगते है. इसके साथ ही भगवान राम के भजनों की मधुर आवाज भी कानों में रस घोलने लगती है.
हनुमानगढ़ी जाने वाले मार्ग पर जगह-जगह लकड़ी की बल्लियों से मार्ग अवरोधक लगाये गये है. कई स्थानों पर लोहे के अवरोधक भी लगाये गये है. हनुमानगढ़ी जाने वाला मार्ग पूरी तरह से साफ सुथरा है और जगह-जगह पर पानी का छि़ड़काव भी किया गया है. सुरक्षा व्यवस्था के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुये अयोध्या के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ”जहां तक पांच अगस्त की बात है तो हम कोविड-19 नियमों का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं.
इसलिये हम किसी भी बाहरी व्यक्ति को अयोध्या में प्रवेश नही दे रहे है, शहर में एक जगह पांच व्यक्तियों को एकत्र होने की अनुमति भी नही है. हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि कोविड-19 के नियमों का सख्ती से पालन हो.” उन्होंने बताया, ”जहां तक प्रधानमंत्री की यात्रा की बात है, उसके लिये कई सुरक्षा एजेंसियां काम कर रही हैं. जहां तक शहर की जनता का सवाल है, शहर की दुकानें और बाजार कोविड नियमों को ध्यान में रखते हुये खुले रहेंगे.”
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पांच अगस्त को अयोध्या में प्रवेश करने वालों के लिये मार्ग में परिवर्तन किया गया है लेकिन अयोध्या में रहने वाले लोगों को अपना पहचान पत्र दिखाने पर रोका नही जायेगा लेकिन बाहरी लोगों को शहर में प्रवेश की अनुमति नही होगी. शहर में जगह जगह मार्ग अवरोधक लगाये गये हैं और पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गयी है.
उन्होंने बताया, ‘‘हम अयोध्या में रहने वाले लोगों की औचक जांच कर रहे हैं ताकि कोई बाहरी व्यक्ति यहां न रहे. शहर के मंदिर- मस्जिद खुले रहेंगे लेकिन भूमि पूजन कार्यक्रम के अलावा शहर में किसी भी आयोजन की अनुमति नही है.” इस बीच हनुमानगढ़ी मार्ग के प्रवेश द्वार पर कुछ मजदूर पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्मारक की टूटी दीवार को ठीक करने में लगे हैं. हनुमानगढ़ी मंदिर के पास भारी सुरक्षाकर्मी तैनात है. हनुमानगढ़ी को नये रंग-रोगन के साथ काफी खूबसूरती से संजाया गया है . इसके आसपास की दुकानों को भी गहरे पीले रंग से रंगा गया है जो देखने में काफी मनोरम लग रहा है.
Posted By – Pankaj KUmar Pathak