नयी दिल्ली : अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि (Ayodhya Ram Janmbhoomi) पर भव्य मंदिर का शिलान्यास 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. इससे एक दिन पहले यानी कि मंगलवार को श्रीराम मंदिर के मॉडल की तसवीरें सामने आई हैं. तसवीरों से ही इसकी भव्यता का अंदाजा लगाया जा सकता है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने तसवीरें जारी की हैं. पूर्व प्रस्तावित मॉडल में कुछ बदलाव कर नया मॉडल तैयार किया गया है. यहां हम आपके लिए ये तसवीरें पेश कर रहे हैं…
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने सोशल मीडिया पर इन तसवीरों को पोस्ट करते हुए लिखा कि श्री राम जन्मभूमि मन्दिर विश्व में भारतीय स्थापत्य कला का अनुपम उदाहरण होगा. श्री राम जन्मभूमि मंदिर भव्यता और दिव्यता की अद्वितीय कृति के रूप में विश्व पटल पर उभरेगा.
पूर्व में प्रस्तावित मॉडल में दो गुंबद और एक शिखर बने थे. अब इसमें बदलाव किया गया है. नये मॉडल में गुंबदों की संख्या पांच कर दी गयी है. जिसमें शिखर की ऊंचाई 161 फीट होगी. यह शिखर गर्भगृह के ऊपर बनाया जायेगा.
मंदिर में एक समय में एक हजार से ज्यादा श्रद्घालुओं के बैठने की जगह होगी. इस मंदिर के निर्माण में तीन से साढ़े तीन साल का वक्त लगेगा. नये मॉडल में श्री राम मंदिर की ऊंचाई में 33 फीट की बढ़ोतरी की गयी है. इसी वजह से एक और मंजिल बढ़ाना पड़ा है.
मंदिर के पुराने मॉडल के हिसाब से मंदिर की लंबाई 268 फीट 5 इंच थी. इसे बढ़ाकर 280-300 फीट किया जा सकता है. श्री राम मंदिर के भू-तल में सिंहद्वार, गर्भगृह, नृत्यद्वार, रंगमंडप बनेगा. गर्भगृह के सामने बड़े से हॉल में हजारों श्रद्धालुओं के बैठने लायक जगह होगी.
प्रथम तल पर राम दरबार की मूर्तियों को स्थान दिया जायेगा. राम मंदिर की लंबाई 268 फीट, चौड़ाई 140 फीट और ऊंचाई 128 फीट तय की गयी है. इसके अलावा मंदिर में 212 खंभे होंगे. जिसमें से पहली मंजिल में 106 खंभे और दूसरी मंजिल में 106 खंभे बनाये जायेंगे. प्रत्येक खंभे में 16 मूर्तियां होंगी और मंदिर में दो चबूतरे भी होंगे.
मंदिर का यह डिजाइन वास्तुकार निखिल सोमपुरा ने तैयार किया है. पूर्व में प्रस्तावित मंदिर के मॉडल को निखिल के पिता चंद्रकांत सोमपुरा ने तैयार किया था. अब पुराने डिजाइन में कुछ बदलाव किया गया है. मंदिर के नये मॉडल में ऊंचाई, आकार, क्षेत्रफल और बुनियादी संरचना में भी काफी परिवर्तन है.
Posted By: Amlesh Nandan Sinha.