अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां जोरों पर है. कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देशभर से दिग्गज लोगों को निमंत्रण भेजा गया है. इधर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार ने बताया कि वो प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होंगे या नहीं. उन्होंने निमंत्रण को लेकर भी बड़ा खुलासा किया है.
राम मंदिर उद्धाटन के लिए शरद पवार को नहीं मिला निमंत्रण
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने बुधवार को बताया कि उन्हें अगले महीने अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के लिए आमंत्रित नहीं किया गया है. पवार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा कि यह समझना मुश्किल है कि क्या पार्टी इस मुद्दे का इस्तेमाल राजनीतिक या व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए कर रही है.
NCP Chief Sharad Pawar says, "I have not been invited to the inauguration of Ram Temple…BJP is doing politics in the name of Ram temple…The ruling party does not have any concrete program to garner people's support, so it seems they are trying to create a different opinion… pic.twitter.com/N7PXLFnaR4
— ANI (@ANI) December 27, 2023
राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को
राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और 6,000 से अधिक लोगों के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने की उम्मीद है.
हमें खुशी है कि मंदिर बन रहा है: पवार
शरद पवार ने कहा, पता नहीं कि बीजेपी इस मुद्दे का इस्तेमाल राजनीतिक या व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए कर रही है. हमें खुशी है कि मंदिर बन रहा है, जिसके लिए कई लोगों ने योगदान दिया. पवार से जब पूछा गया कि क्या उन्हें आमंत्रित किया गया है, तो उन्होंने नकारात्मक जवाब दिया. पवार ने कहा, मैं आस्था के दो-तीन स्थानों पर जाता हूं जिनके बारे में मैं सार्वजनिक रूप से बात नहीं करता हूं. यह एक निजी मामला है.
30 दिसंबर को अयोध्या
अधिकारियों ने कहा है कि 22 जनवरी के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से पहले, प्रधानमंत्री मोदी 30 दिसंबर को अयोध्या में एक हवाई अड्डे का उद्घाटन करने के बाद रोड शो और जनसभा को संबोधित करेंगे.